Thursday, December 12, 2024
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बस्तर, कोंडागांव नक्सल मुक्त, अन्य क्षेत्रों में अभियान जारी, साय ने अमित शाह को बताया

नई दिल्ली । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।साय ने गृह मंत्री अमित शाह को बस्तर ओलंपिक के समापन और पुलिस अवार्ड कार्यक्रम में शामिल होने के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा भी मौजूद रहे।

सीएम साय की अमित शाह से मुलाकात

मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों की उपलब्धियों और बस्तर संभाग में चलाए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री साय ने बताया कि सरकार के सड़कों, स्कूलों, स्वास्थ्य सुविधाओं और रोजगार के लिए किए गए प्रयासों ने स्थानीय जनता का भरोसा जीता है, जिससे माओवादी प्रभाव कमजोर हुआ है।

नक्सल मुक्त होने की दिशा में बस्तर

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य सरकार और सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों के कारण बस्तर क्षेत्र में नक्सल प्रभावित इलाकों में घटनाओं में तेजी से कमी आई है। सरकार के प्रयासों से बस्तर अब नक्सल मुक्त होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। सुरक्षा बल लगातार प्रभावी अभियान चला रहे हैं और विकास कार्यों ने इसमें अहम भूमिका निभाई है।

मुख्यमंत्री साय ने विश्वास जताया कि 2026 तक छत्तीसगढ़ को पूरी तरह नक्सल मुक्त कर लिया जाएगा।उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों और नक्सल प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 15,000 मकानों के निर्माण को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि नक्सल प्रभावित परिवारों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन प्रदान किया जा सके।

बस्तर ओलंपिक देखने आएंगे अमित शाह

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को बस्तर ओलंपिक के महत्व और राज्य में इसके प्रभावों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बस्तर ओलंपिक का आयोजन युवाओं को खेलों के माध्यम से जोड़ते हुए शांति और विकास की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है।अब तक इस ओलंपिक में 1.65 लाख से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया है।मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि बस्तर ओलंपिक में हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी और वॉलीबॉल समेत 11 पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है, जो युवाओं को एकजुटता, सकारात्मकता और सामुदायिक भावना से जोड़ने का काम कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि यह आयोजन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की एक नई लहर का प्रतीक है।

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