सांझ में बिखरी नृत्य की छटा, खेलों में दिखा दम: गरिमा और सम्मान के साथ राष्ट्रीय ट्रांसजेंडर खेल महोत्सव का समापन
मध्य प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों के खिलाड़ियों ने दिखाई खेल प्रतिभा; मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने किया विजेताओं का सम्मान

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी में उत्साह, आत्मविश्वास और गौरव की एक नई इबारत लिखी गई। छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति एवं समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘राष्ट्रीय ट्रांसजेंडर स्पोर्ट्स मीट–2025’ का दो दिवसीय भव्य आयोजन 20 दिसंबर को स्वामी विवेकानंद स्टेडियम, कोटा में संपन्न हुआ। समापन समारोह में खेल भावना के साथ-साथ सांस्कृतिक विविधता के इंद्रधनुषी रंग भी देखने को मिले।
मैदान पर दिखा जज्बा: अंतिम दिन की खेल स्पर्धाएं
उत्सव के दूसरे और अंतिम दिन की शुरुआत सुबह 10:00 बजे रोमांचक खेल प्रतियोगिताओं के साथ हुई। मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, नई दिल्ली, मुंबई और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों से आए ट्रांसजेंडर एथलीटों ने 200 मीटर दौड़, 400 मीटर दौड़ और लंबी कूद जैसी स्पर्धाओं में अपनी शारीरिक दक्षता का लोहा मनवाया। खिलाड़ियों के अनुशासन और कड़े मुकाबले ने स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया।
सहयोगियों का सम्मान
आयोजन को सफल बनाने में पर्दे के पीछे काम करने वाले नायकों को भी इस मंच पर सराहा गया। दोपहर के विशेष सत्र में रेफरी और कोचों का सम्मान किया गया, जिनमें दिनेश कुमार तांडी, टी.एल. रेड्डी, रविशंकर घनगर और मीरा साहू सहित अन्य गणमान्य खेल विशेषज्ञ शामिल थे।
गरिमापूर्ण समापन एवं पुरस्कार वितरण
शाम 5:00 बजे दीप प्रज्वलन के साथ मुख्य समारोह का आगाज हुआ। छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति की अध्यक्ष विद्या राजपूत ने संस्था का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए इस आयोजन को ट्रांसजेंडर समुदाय के आत्मसम्मान और सामाजिक मुख्यधारा से जुड़ने का एक बड़ा मंच बताया।
- कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि खेल न केवल शारीरिक विकास का माध्यम है, बल्कि यह नेतृत्व क्षमता और सामाजिक स्वीकार्यता का सशक्त आधार भी है। छत्तीसगढ़ सरकार ट्रांसजेंडर समुदाय के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। समाज कल्याण विभाग के उप संचालक भूपेन्द्र पाण्डेय ने भी खिलाड़ियों के जज्बे की सराहना की।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
खेलों के बाद आयोजित सांस्कृतिक संध्या ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। आरंग के ‘स्वरागिनी डांस ग्रुप’ द्वारा देश के वीर जवानों के बलिदान पर आधारित नृत्य नाटिका ने उपस्थित जनसमूह की आंखें नम कर दीं। वहीं, ‘योगी डांस ग्रुप’ द्वारा प्रस्तुत राजस्थान के लोकनृत्यों ने राजस्थान की जीवंत संस्कृति को छत्तीसगढ़ की धरा पर जीवंत कर दिया। विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों की एकल और समूह नृत्य प्रस्तुतियों ने दर्शकों को देर रात तक बांधे रखा।
इसके अतिरिक्त विभिन्न राज्यों एवं छत्तीसगढ़ के कलाकारों द्वारा समूह एवं एकल नृत्य प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें क्रमशः समूह नृत्य एवं सोलो नृत्य की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।



