शौर्य और आस्था का संगम: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधायक पुरंदर मिश्रा ने ‘वीर बाल रैली’ को दी हरी झंडी
विधायक पुरंदर मिश्रा के साथ मुख्यमंत्री ने किया वीर साहिबजादों की धर्मनिष्ठा को नमन।

रायपुर । राजधानी रायपुर आज सिख इतिहास के गौरवशाली पन्नों और वीर साहिबजादों की वीरता के रंग में डूबी नजर आई। अवसर था छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग द्वारा आयोजित ‘वीर बाल रैली’ का, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उत्तर विधानसभा के लोकप्रिय विधायक पुरंदर मिश्रा ने मुख्य रूप से शिरकत की। मरीन ड्राइव (तेलीबांधा) से शुरू हुई इस ऐतिहासिक रैली को मुख्यमंत्री और विधायक ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
साहिबजादों का बलिदान अमर प्रेरणा: मुख्यमंत्री
रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अत्यंत भावुक और ओजस्वी शब्दों में बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा कि दशम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों ने अल्पायु में जिस अडिग आस्था और साहस का परिचय दिया, वह विश्व इतिहास में विरला है। उन्होंने धर्म और सत्य की रक्षा के लिए दीवार में चुन जाना स्वीकार किया, लेकिन अन्याय के आगे सिर नहीं झुकाया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ‘वीर बाल दिवस’ के माध्यम से आज देश का बच्चा-बच्चा साहिबजादों के शौर्य से परिचित हो रहा है, जो युवाओं में राष्ट्रप्रेम की भावना को सुदृढ़ करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।
5 हजार बच्चों ने भरी हुंकार, दिखी वीरता की झलक
मरीन ड्राइव का पूरा मार्ग ‘जो बोले सो निहाल’ के जयकारों और देशभक्ति के गीतों से गुंजायमान रहा। रैली में 5 हजार से अधिक स्कूली छात्र-छात्राओं, एनसीसी कैडेट्स और स्काउट-गाइड्स ने हिस्सा लिया। आकर्षण का मुख्य केंद्र सिख परंपरा का पारंपरिक युद्ध कौशल ‘गतका’ रहा, जिसे देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। भव्य झांकियों के माध्यम से साहिबजादों के जीवन संघर्ष को जीवंत किया गया।
गौरवशाली विरासत से जुड़ रही नई पीढ़ी: पुरंदर मिश्रा
इस अवसर पर विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि यह रैली केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि अपनी जड़ों और गौरवशाली विरासत से जुड़ने का एक सशक्त माध्यम है। साहिबजादों का बलिदान हमें सिखाता है कि धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए समर्पण का कोई विकल्प नहीं होता।
गरिमामयी उपस्थिति
इस भव्य कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री खुशवंत साहेब, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा, क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी समेत अनेक जनप्रतिनिधि और सिख समाज के वरिष्ठ प्रतिनिधि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने इस सफल आयोजन के लिए अल्पसंख्यक आयोग और शिक्षा विभाग की सराहना की।



