जय श्री राम–जय जगन्नाथ और शहीद वीर नारायण सिंह के जयघोष के साथ विधायक पुरंदर मिश्रा का ओजस्वी उद्बोधन, बच्चों को मिला जीवन का मार्गदर्शन
आदिवासी गौरव को नमन, नई पीढ़ी को संदेश—शहीद वीर नारायण सिंह जयंती पर विधायक पुरंदर मिश्रा का ओजस्वी आह्वान

रायपुर । शहीद वीर नारायण सिंह जयंती के पावन अवसर पर आदिवासी बालक छात्रावास, पेंशन बाड़ा, रायपुर में गरिमामय, भावपूर्ण एवं प्रेरणास्पद समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम एवं विशिष्ट अतिथि उत्तर विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक पुरंदर मिश्रा द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित विधायक पुरंदर मिश्रा ने “जय श्री राम” , “जय जगन्नाथ”और शहीद वीर नारायण सिंह जी के गगनभेदी जयघोष के साथ अपना ओजस्वी उद्बोधन प्रारंभ किया। उन्होंने जगन्नाथ संस्कृति की महान परंपरा का उल्लेख करते हुए आदिवासी समाज की गौरवशाली विरासत, शहीद वीर नारायण सिंह के अद्वितीय बलिदान और उनके आदर्शों पर सारगर्भित विचार रखे।
विधायक मिश्रा ने बच्चों से आत्मीय संवाद करते हुए कहा कि मोबाइल जीवन को सरल बनाने का साधन है, स्वयं जीवन नहीं—इसका सदुपयोग करें, दुरुपयोग नहीं। उन्होंने नशे के दुष्परिणामों पर भी विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि नशा व्यक्ति की सोच, परिवार की शांति और समाज की प्रगति—तीनों को कमजोर करता है। मोबाइल और नशे का गलत उपयोग आज अनेक परिवारों में तनाव, कलह और आर्थिक हानि का कारण बन रहा है।
आदिवासी समाज के स्वाभिमान पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं देश की माननीया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू—आदिवासी समाज के संघर्ष, नेतृत्व और आत्मसम्मान के सशक्त प्रतीक हैं, जो नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
समारोह के दौरान बच्चों के मुख से गूंजते नारों—
“सबके नेता धुरंधर, हमर नेता पुरंदर”
ने पूरे परिसर को उत्साह, विश्वास और सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया।
यह आयोजन शहीद वीर नारायण सिंह जी के आदर्शों को आत्मसात करने, संस्कारों को सुदृढ़ करने तथा बच्चों को सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देने वाला सिद्ध हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम रहे । इस अवसर पर धरसीवां विधायक अनुज शर्मा, रूप सिंह मांडवी, विकास मरकाम, सुरेश चंद्रवंशी, चंद्रेश ठाकुर सहित अनेक पदाधिकारीगण एवं हजारों की संख्या में छात्रावास के बच्चे उपस्थित रहे।



