धान खरीदी पर्व के रूप में मनाएं: कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने ली समीक्षा बैठक, दिए कड़े निर्देश
जिले के 139 उपार्जन केंद्रों पर पुख्ता इंतजाम; लापरवाही पर एस्मा के तहत होगी सख्त कार्रवाई

रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के स्पष्ट निर्देशों के बाद राजधानी रायपुर जिले में धान खरीदी की शुरुआत हो चुकी है। इस महत्वपूर्ण कार्य को सफल बनाने और किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। इसी क्रम में, कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने आज धान खरीदी केंद्रों में तैनात नोडल अधिकारी, समिति प्रबंधक, पटवारी, कृषि विस्तार अधिकारी और पंचायत सचिव समेत सभी संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक ली।
“धान खरीदी को पर्व की तरह मनाएं”: कलेक्टर का संबोधन
कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि धान खरीदी वर्तमान शासन का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि हम धान खरीदी को एक पर्व की तरह मनाएं। इस कार्य में योगदान देने वाले सारे अधिकारी-कर्मचारी पूर्ण मनोयोग से क्रियान्वित करें। हम सब एक परिवार की तरह हैं। हमने पहले भी शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं को सफलता पूर्वक पूरा किया है, इसे भी मिलकर अच्छे से करेंगे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि 139 उपार्जन केंद्रों में किसानों के बैठने के लिए विश्राम गृह, पीने के पानी और शौचालय सहित सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। उन्होंने किसी भी समस्या की स्थिति में तत्काल मार्गदर्शन प्राप्त करने का निर्देश दिया और बताया कि तकनीकी सहायता के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रशिक्षण वीडियो भी तैयार किया जा रहा है।
अनुशासनहीनता पर सख्त रुख: एस्मा लागू
कलेक्टर डॉ. सिंह ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि शासन द्वारा एस्मा (ESMA) लागू किया गया है। किसी भी स्तर पर लापरवाही या अनुशासनहीनता किए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है और आगे भी ऐसी कार्रवाई की जाएगी। आपका यह प्रयास होना चाहिए कि केंद्र में आने वाले किसानों को किसी प्रकार की तकलीफ न हो, ताकि वे अच्छी तरह से धान विक्रय कर सकें।
समन्वय और कानून व्यवस्था पर ज़ोर
इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने धान खरीदी कार्य में सभी विभागों को समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होने पर तत्काल पुलिस को सूचित किया जाए, और इस कार्य में बाधा डालने वाले तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन सहित सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे, जिन्होंने कलेक्टर के निर्देशों का पालन करने की प्रतिबद्धता जताई।



