अहमदाबाद, 27 June 2025: गुजरात के अहमदाबाद में बुधवार को 148वीं ऐतिहासिक जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक हाथी डीजे की तेज आवाज से बेकाबू होकर इधर-उधर दौड़ने लगा. हालांकि, समय रहते महावतों ने स्थिति को संभाला और हाथी को काबू में कर लिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया.
यह घटना रथयात्रा के दौरान सारंगपुर इलाके में हुई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यात्रा में शामिल एक विशाल हाथी अचानक डीजे की कानफोड़ू आवाज से उत्तेजित हो गया और अपनी कतार से हटकर तेजी से दौड़ने लगा. हाथी को बेकाबू होते देख आसपास मौजूद श्रद्धालुओं और सुरक्षाकर्मियों में भगदड़ मच गई. लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे.
हालांकि, हाथी के महावतों ने त्वरित कार्रवाई की. उन्होंने सूझबूझ और धैर्य का परिचय देते हुए कड़ी मशक्कत के बाद कुछ ही देर में हाथी पर नियंत्रण पा लिया. इस घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, जिससे सभी ने राहत की सांस ली.
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने रथयात्रा के दौरान जानवरों के प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर कुछ सवाल खड़े कर दिए हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे धार्मिक आयोजनों में जहां लाखों की संख्या में लोग एकत्र होते हैं, वहां जानवरों को शामिल करने से पहले उनकी संवेदनशीलता और संभावित प्रतिक्रियाओं पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए. डीजे की तेज आवाज का जानवरों पर पड़ने वाला प्रभाव जगजाहिर है, ऐसे में यात्रा आयोजकों को इस पर विचार करना चाहिए था.
जगन्नाथ रथयात्रा का महत्व
अहमदाबाद की जगन्नाथ रथयात्रा पुरी की रथयात्रा के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी रथयात्रा मानी जाती है. भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियों को विशाल रथों पर आरूढ़ कर शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजारा जाता है. यह यात्रा धार्मिक सद्भाव और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है. इस साल की रथयात्रा में भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए, जिन्होंने भगवान जगन्नाथ के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया.
हाथी के बेकाबू होने की इस घटना के बावजूद, यात्रा अपने निर्धारित मार्ग पर सफलतापूर्वक आगे बढ़ी और भक्तों का उत्साह बरकरार रहा. स्थानीय प्रशासन ने घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने का आश्वासन दिया है.