रायपुर । शहर में छात्र परिवहन सुरक्षा को सुदृढ़ करने हेतु 14 और 15 जून 2025 को व्यापक जांच शिविर का आयोजन किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर यह संयुक्त अभियान परिवहन विभाग, यातायात विभाग और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित किया गया। इस विशेष जांच में 302 बसें फिट पाई गईं, जबकि 116 बसों में विभिन्न तकनीकी और दस्तावेजी खामियां दर्ज की गईं ।
वाहन दस्तावेजों एवं यांत्रिक फिटनेस की कड़ी जांच
जांच शिविर के दौरान वाहनों के पंजीयन प्रमाण पत्र, परमिट, बीमा, प्रदूषण प्रमाण पत्र सहित अन्य आवश्यक दस्तावेजों का बारीकी से परीक्षण किया गया। साथ ही, हेडलाइट, ब्रेक, टायर, क्लच, हॉर्न, वाइपर और अन्य मैकेनिकल फिटनेस पहलुओं पर भी ध्यान दिया गया।
सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के तहत मानकों की समीक्षा
शिविर में स्कूल बसों के लिए निर्धारित सुरक्षा मानकों की भी पुष्टि की गई, जिसमें “ON SCHOOL DUTY” लिखावट, पीला रंग, फायर एग्जिंग्विशर, फर्स्ट एड बॉक्स, स्पीड गवर्नर, ड्राइवर की न्यूनतम अनुभव अवधि, सुरक्षा जालियाँ आदि शामिल थे।
बसों में दर्ज हुई खामियां और कार्रवाई के निर्देश
जांच में विभिन्न विद्यालयों की 116 बसों में विभिन्न स्तरों की कमियाँ दर्ज की गईं। जैसे—
- एन.एच. गोयल स्कूल की बसों में रिफ्लेक्टर, वाइपर और सुरक्षा उपकरणों की कमी।
- एम.एम. स्कूल रायपुर में CCTV कैमरा और बसों की स्पीड गवर्नर संबंधी त्रुटियाँ।
- ब्राईटन इंटरनेशनल स्कूल में टायर, जाली, और फायर सेफ्टी संबंधी कमियाँ।
इन खामियों पर संस्था प्रबंधकों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए गए हैं। यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त टीम उन स्कूलों में जाकर जांच करेगी, जिन्होंने अपनी बसों को शिविर में उपलब्ध नहीं कराया। उल्लंघन पाए जाने पर मोटरयान अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी और जरूरत पड़ने पर वाहनों की जब्ती की प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी।
चालकों का स्वास्थ्य परीक्षण और सुरक्षा पर विशेष ध्यान
इस अभियान में श्री नारायणा हास्पिटल और जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने 418 वाहन चालकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। 26 चालक उच्च रक्तचाप और मधुमेह से ग्रसित पाए गए, जिन्हें नियमित दवा और चश्मा लगाने की सलाह दी गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि परिवहन मानकों में किसी भी तरह की अनियमितता को सख्ती से निपटाया जाए ताकि छात्रों की सुरक्षा प्राथमिकता बनी रहे।