‘छोटी आंखों वाले गणेश जी भी विदेश से आ रहे…’, पीएम मोदी ने की विदेशी सामानों का इस्तेमाल न करने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में एक जनसभा को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति, जन बल की भूमिका, आत्मनिर्भर भारत अभियान और शहरी विकास को लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और जन बल का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई केवल सैन्य बल से नहीं, बल्कि जन बल से भी जीती जाएगी। उन्होंने जोर दिया कि देश के 140 करोड़ नागरिकों की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वे आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हों।
उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सेना की वीरता का उदाहरण नहीं, बल्कि यह भारत के हर नागरिक की ताकत का प्रतीक भी है। हम इस युद्ध को केवल हथियारों से नहीं, बल्कि राष्ट्र की सामूहिक शक्ति से जीतेंगे।”
विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार और ‘मेड इन इंडिया’ पर जोर
प्रधानमंत्री ने ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जोड़ते हुए देशवासियों से अपील की, कि वे विदेशी वस्तुओं की निर्भरता खत्म करें। उन्होंने कहा,”इस देश की मिट्टी की सुगंध, यहां के नागरिकों के परिश्रम की पहचान वाले उत्पादों का उपयोग करें। यही वास्तविक जन बल है।”
‘छोटी आंखों वाले गणेश जी भी विदेश से आ रहे…’, पीएम मोदी ने की विदेशी सामानों का इस्तेमाल न करने की अपील
उन्होंने विदेशी वस्तुओं के व्यापक उपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि “छोटी आंखों वाले गणेश जी भी विदेश से आ रहे हैं…” जिससे यह संकेत मिलता है कि घरेलू उत्पादों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विदेशी सामानों का बहिष्कार सिर्फ आर्थिक आत्मनिर्भरता नहीं, बल्कि राष्ट्र के निर्माण में भागीदारी का भाव है। उन्होंने व्यापारियों से भी विदेशी वस्तुओं को न बेचने की अपील की।
शहरी विकास और बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने की पहल
प्रधानमंत्री ने ‘शहरी विकास वर्ष 2025’ की शुरुआत की, जो गुजरात के सुनियोजित शहरी विकास मॉडल का प्रतीक है। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत 22,000 से अधिक आवास इकाइयों को लाभार्थियों को समर्पित किया और ₹3,300 करोड़ की राशि शहरी स्थानीय निकायों को जारी करने की घोषणा की।
भारत की आर्थिक उपलब्धियाँ और भविष्य की दृष्टि
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था विश्व में 11वें स्थान पर थी, किंतु अब यह चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है, जापान को भी पीछे छोड़ते हुए।
उन्होंने 2035 में गुजरात की 75वीं वर्षगांठ को ध्यान में रखते हुए अगले दशक के विकास की योजना बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने 2036 में ओलंपिक खेलों की भारत में मेजबानी की इच्छा भी व्यक्त की।
आतंकवाद के खिलाफ देश की एकजुटता
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है, आक्रोश से भरा हुआ है और दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय सेना की वीरता को सराहा और कहा कि यह हर हिंदुस्तानी का सिर गर्व से ऊँचा कर देता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संबोधन राष्ट्रीय सुरक्षा, आत्मनिर्भर भारत, जन बल और शहरी विकास को लेकर भारत की नई रणनीति को स्पष्ट करता है। उनका संदेश स्पष्ट था—भारत आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतेगा, स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर आत्मनिर्भरता बढ़ाएगा और सतत विकास के नए आयाम स्थापित करेगा।