रायपुर । आबकारी घोटाला मामले में जेल में बंद मंत्री कवासी लखमा के करीबियों पर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने शिकंजा कस दिया है। प्रदेश के 20 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की गई, जिसमें दुर्ग, भिलाई, महासमुंद, धमतरी और रायपुर में कार्रवाई जारी है।
दुर्ग में सबसे बड़ी कार्यवाही
दुर्ग में आम्रपाली सोसाइटी स्थित अशोक अग्रवाल और उनके भाई विनय अग्रवाल के ठिकानों पर सबसे बड़ी कार्रवाई हो रही है। दोनों स्टील इंडस्ट्री से जुड़े हैं। उनके अलावा दुर्ग जिले के दो अन्य करीबियों के निवास पर भी ईओडब्ल्यू की टीम जांच में जुटी है।
सूत्रों के अनुसार, अशोक अग्रवाल के निवास पर एसीबी के 9 अधिकारी दस्तावेजों की गहन जांच कर रहे हैं। बैंक खातों की जानकारी खंगाली जा रही है, साथ ही स्टील कारोबार से जुड़े अहम दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है।
उद्योगपतियों और चिकित्सा जगत की प्रतिष्ठित हस्तियों तक पहुंची जांच
इस छापेमारी अभियान में प्रमुख उद्योगपतियों और नामी अस्पताल के डायरेक्टर भी जांच के घेरे में हैं। नहरू नगर स्थित स्पर्श हॉस्पिटल के डायरेक्टर संजय गोयल, उद्योगपति बंसी अग्रवाल और विशाल केजरीवाल के निवास पर भी छापेमारी हुई। शनिचरी बाजार स्थित बिल्डर विश्वजीत गुप्ता के घर पर भी जांच की जा रही है। अधिकारियों की टीम दस्तावेजों का विश्लेषण कर रही है।
महासमुंद जिले में भी ईओडब्ल्यू की कार्रवाई
ईओडब्ल्यू की टीम महासमुंद जिले में भी सक्रिय रही। सांकरा में कैलाश अग्रवाल और बसना में जय भगवान अग्रवाल के ठिकानों पर छापा डाला गया। यहां दो वाहनों में 20 अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम दस्तावेजों की जांच करने में जुटी हुई है।
यह छापेमारी प्रदेशभर में बड़े प्रभाव के रूप में देखी जा रही है। अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि जांच के दायरे में आने वाले अन्य नाम भी जल्द सामने आ सकते हैं।