रायपुर । प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि एक अप्रैल से छत्तीसगढ़ सरकार शराब में सेस भी कम कर रही है और दरे भी घटा रही है। सरकार द्वारा घोषित नई दरों के अनुसार शराब की कीमत में 4 प्रतिशत तक की कमी की गयी है।
यही नहीं इस नवरात्रि के दौरान ही भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार शराब की नदियां बहाने और छत्तीसगढ़ के युवाओं को नशे की लत में डुबाने के लिये 67 नई शराब दुकाने खोल रही है।
भाजपा प्रदेश में सस्ती सिलेंडर देने का वादा करके चुनाव जीती है और सिलेंडर सस्ता देने के बजाय शराब को सस्ती करके प्रदेश में शराब को गांव-गांव, घर-घर तक पहुंचाना चाहती है।
भाजपा का मदिरा प्रेम प्रदेश के हर वर्ग के खिलाफ है, जो भाजपा विपक्ष में रहते शराबबंदी की मांग को लेकर आंदोलन करती थी। सत्ता मिलते ही वह शराब से ज्यादा से ज्यादा कमाई करने के लिए शराब की कीमतों को घटा रही है ।लोगों तक शराब पहुंचाने के लिए मनपसंद ऐप शुरू किया है।वातानुकूलित आहाता खोले।
एयरपोर्ट से लेकर होटल ढाबों में शराब पिलाने के लिए लाइसेंस देने जा रही है और प्रदेश में नई 67 शराब की दुकान खोल रही है। भाजपा का उद्देश्य शराब से काली कमाई करना, भ्रष्टाचार करना ,कमीशन खोरी करना है और प्रदेश को नशा के गर्त में धकेलना है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि जब से राज्य में भाजपा की सरकार बनी है लगातार सरकार शराब की खपत बढ़ाने के प्रयास में लगी है। साय सरकार में शराब की कोचियागिरी बड़े पैमाने पर जारी है। राजनांदगांव, मुंगेली सहित प्रदेश के अनेकों स्थानों से लगातार खबरे आ रही है सरकारी शराब दुकानों से 200 रू. प्रति पेटी अतिरिक्त लेकर गली, मुहल्लों में कोचिये शराब पहुंचा रहे है। हाल ही में डोंगरगढ़ में बाटलिंग प्लांट यूनिट में पानी मिलाते रंगे हाथों पकड़े गये। दूसरे राज्यों की शराब बस्तर, सरगुजा सहित मैदानी क्षेत्रों में निर्बाध पहुंच रहे है। नकली और अवैध शराब का धंधा सत्ता के संरक्षण में तेजी से फल-फूल रहा है।
हाल ही में मंत्रिमंडल ने विदेशी शराब पर लगने वाले अतिरिक्त टैक्स 9.5 प्रतिशत को कम कर दिया। अब 1 अप्रैल से सरकार के घोषित नये दर के अनुसार शराब की कीमतों में 4 प्रतिशत तक कमी की गयी है। शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए आहाते खोले गए थे। एयर कूल्ड आहाते बनाकर शराब बिक्री को प्रोत्साहित किया जा रहा है। आहातों के नाम पर सरकार शराब की काली कमाई में लगी हुई है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि शराबबंदी को लेकर पांच सालों तक हल्ला मचाने वाले भाजपाई बताये शराबबंदी कब होगी? भाजपा के हर छोटे-बड़े नेता ने जनता के बीच घूम-घूम कर शराबबंदी के लिए बढ़-चढ़कर बातें किया था। सरकार में आने के बाद सरकार और भाजपाईयों दोनों के जुबान पर ताला लग गया है।
नियंत्रण तो दूर यह सरकार शराब के विक्रय को प्रोत्साहन देकर कमीशन के लालच में शराबियों के संरक्षण और संवर्धन में लगी हुई है।