रायपुर । रायपुर दक्षिण विधानसभा का रण खत्म हो गया है।छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव का आज परिणाम आ गया है।यहां की जनता ने फिर से बीजेपी और सुनील सोनी को अपना विधायक चुना है। वहीं कांग्रेस के वादों को नाकार दिया। इसी के साथ ही बीजेपी का गढ़ बरकरार रहा है। अब यहां बृजमोहन के बाद बीजेपी के सुनील सोनी वारिस हो गए हैं।
इस चुनाव में एक बार फिर बीजेपी ने बाजी मारी है। सुनील सोनी ने अपने प्रतिद्वंदी आकाश शर्मा को 46167 मतों से हराया है। सुनील सोनी को 89220 और आकाश शर्मा को 43053 मत मिले हैं। लगातार सात बार से यह सीट बीजेपी के पास थी।यहां से बृजमोहन अग्रवाल चुनाव जीतते आ रहे थे। इस बार भी बीजेपी ने अपने इस अभेध किले को जीत लिया है। यहां से बीजेपी के सुनील सोनी ने जीत दर्ज की है। सुनील सोनी ने कांग्रेस के आकाश शर्मा को बड़े मार्जिन से मात दी है।
बृजमोहन के इस्तीफे से हुआ उपचुनाव
2023 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बृजमोहन अग्रवाल को रायपुर दक्षिण सीट (Raipur South Bypoll Result) से कैंडिडेट बनाया था। वे यहां से 2023 में 67719 वोट से जीते थे। वे पहली बार 1990 में इस सीट से विधायक चुने गए थे। तभी से 2023 तक बृजमोहन अजय रहे। 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें रायपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया। वे यहां से सांसद चुने गए। इसके बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ की विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद यहां उपचुनाव हुए।
इसलिए सुनील सोनी रायपुर दक्षिण के वारिस
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट (Raipur South Bypoll Result) पर बीजेपी ने सुनील सोनी को अपना उम्मीदवार घोषित किया। इसके बाद पाटी के अन्य दावेदार नेताओं ने विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद बीजेपी ने सभी नेताओं को संगठन स्तर पर मना लिया।
हालांकि सुनील सोनी के प्रत्याशी घोषित होने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता जो स्थानीय थे, उन्होंने दूरी बना ली। इससे सुनील सोनी पर खतरा मंडराने लगा था। वहीं इस सीट पर अजय रहे बृजमोहन अग्रवाल सुनील सोनी के साथ डटे रहे और उनके साथ ही प्रचार किया। बृजमोहन अग्रवाल के उनके साथ ग्राउंड पर उतरकर साथ खड़े रहने से ही सुनील सोनी वारिस बने।
इसलिए महत्वपूर्ण है ये सीट
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। इस सीट से बीजेपी के बृजमोहन अग्रवाल लगातार जीतते आ रहे हैं। वे यहां से आठ बार विधायक रह चुके हैं। ऐसे में इस हाईप्रोफाइल सीट पर सभी की निगाहें टिकी हुई थीं। यहां से जीत हासिल करना न केवल सुनील सोनी बल्कि खुद बृजमोहन अग्रवाल के लिए भी चुनौती थी।
सुनील सोनी ओबीसी वर्ग से आते हैं। वे साल 2019 से 2024 के लोकसभा चुनाव तक रायपुर के सांसद रह चुके हैं। सोनी आरएसएस पृष्ठभूमि से आते हैं।उनके पिता भी संघ से जुड़े हुए थे। ऐसे में यहां उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।ये बृजमोहन अग्रवाल के काफी करीबी माने जाते हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने रायपुर सीट से 7 बार सांसद रह चुके रमेश बैस की टिकट काटकर सुनील सोनी को प्रत्याशी बनाया था।सुनील ने कांग्रेस के प्रमोद दुबे को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी। इस सीट पर जीत हासिल करना ये भाजपा के लिए 7वीं बार था।
सुनील सोनी का राजनैतिक कैरियर
सुनील सोनी ने अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत बतौर छात्र नेता से की थी। साल 1983 में रायपुर के दुर्गा कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष चुनाव जीता था। इसके बाद वे भाजपा जिला कमेटी से जुड़ गए। सदर बाजार से रायपुर नगर निगम में पार्षद चुनाव जीता था।उन्होंने साल 2000 को रायपुर नगर निगम के सभापति का पद संभाला था। सुनील सोनी दिसंबर 2003 से 2010 तक रायपुर नगर निगम के महापौर थे।वे रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के चेयरमेन भी रह चुके हैं।साल 2014 को छत्तीसगढ़ बीजेपी संगठन में प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया था।