‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ की बड़ी कार्रवाई: रायपुर पुलिस ने मुंबई और पुणे से दो अंतर्राज्यीय ठगों को दबोचा
तत्काल कार्रवाई से एक मामले में ठगी गई पूरी राशि होल्ड कर पीड़ित को वापस कराई गई

रायपुर । रेंज पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) रायपुर रेंज, अमरेश मिश्रा के सख्त निर्देश पर साइबर अपराधों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत रायपुर रेंज साइबर थाना को बड़ी सफलता मिली है। रेंज साइबर पुलिस ने दो अलग-अलग हाई-प्रोफाइल धोखाधड़ी के मामलों में शामिल दो मुख्य आरोपियों को महाराष्ट्र के पुणे और मुंबई से गिरफ्तार किया है। ये अंतर्राज्यीय ठग बैंक मैनेजर से फिक्स डिपॉजिट के बहाने और दूसरे मामले में ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी में शामिल थे।
पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने रेंज साइबर थाना को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि सभी प्रकार के साइबर अपराधों में शामिल मुख्य आरोपियों के विरुद्ध तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर त्वरित गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए, जिसके परिणामस्वरूप यह कार्रवाई की गई है।
केश 1: फिक्स डिपॉजिट के बहाने ₹17.82 लाख की ठगी
पहले मामले में, प्रार्थी आशुतोष कुमार, जो भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) शाखा रामसागरपारा, रायपुर में मैनेजर हैं, ने थाना आजाद चौक में सूचना दी थी। उन्हें एक बड़ी राशि फिक्स डिपॉजिट कराने का झांसा दिया गया और इस प्रक्रिया में उनसे 17.82 लाख की धोखाधड़ी की गई।
- कार्रवाई: थाना आजाद चौक में अपराध क्रमांक 231/25 धारा 318(4) बी.एन.एस. पंजीकृत कर विवेचना शुरू की गई। ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत पुलिस टीम ने तकनीक का गहन विश्लेषण किया और मुख्य आरोपी सरफराज अंसारी की पहचान की।
- गिरफ्तारी: आरोपी, मूलतः उत्तर प्रदेश का निवासी, घटना को अंजाम देने के बाद अपना ठिकाना बदलकर पुणे, महाराष्ट्र में छिप गया था। रायपुर पुलिस टीम ने त्वरित रेड कार्रवाई करते हुए आरोपी को पुणे से गिरफ्तार किया।
- बड़ी उपलब्धि: इस मामले में पुलिस की तत्परता से ठगी गई संपूर्ण राशि को सफलतापूर्वक होल्ड कर लिया गया है और पीड़ित को वापस कराने की प्रक्रिया की जा रही है। आरोपी से प्रकरण से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज़ भी प्राप्त हुए हैं।
केश 2: ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब फ्रॉड में 16 लाख की धोखाधड़ी
दूसरे महत्वपूर्ण मामले में, प्रार्थी देवेश साहू से ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब और अत्यधिक लाभ का लालच देकर 16 लाख की धोखाधड़ी की गई थी। प्रार्थी ने इसकी सूचना थाना मंदिरहसौद में दी थी।
- कार्रवाई: मंदिरहसौद में अपराध क्रमांक 34/24 धारा 420, 34 भा.द.वि. पंजीकृत कर विवेचना रेंज साइबर थाना रायपुर द्वारा की जा रही थी। विवेचना के दौरान टेलीग्राम और बैंक से प्राप्त जानकारी का तकनीकी विश्लेषण किया गया, जिससे आरोपी मयूर जोशी की पहचान हुई।
- ठगी का तरीका: आरोपी मयूर जोशी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर प्रार्थी को शुरुआत में ऑनलाइन गूगल रिव्यू करने का छोटा टास्क देता था और उसे पूरा करने पर तत्काल छोटी रकम वापस कर देता था, जिससे प्रार्थी का विश्वास जीत लिया जाता था। बाद में, प्रार्थी से अधिक रकम लेकर ‘बड़ा टास्क’ पूरा करने के बाद रकम वापस नहीं की गई, जिससे कुल ₹16 लाख का चूना लगाया गया।
- गिरफ्तारी: साइबर टीम ने मुंबई, महाराष्ट्र में रेड कार्रवाई कर आरोपी मयूर जोशी को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपी
- सरफराज अंसारी (पिता फतेह आलम अंसारी, उम्र 20 वर्ष) – पता बभनौली कुशीनगर इमलिया, उत्तर प्रदेश।
- मयूर जोशी (पिता जगदीश जोशी, उम्र 29 वर्ष) – पता राधा कमीशन अपार्टमेंट उल्हासनगर, महाराष्ट्र।
दोनों गिरफ्तार आरोपियों को वैधानिक कार्यवाही के बाद न्यायिक अभीरक्षा में भेज दिया गया है। पुलिस महानिरीक्षक रेंज रायपुर ने साइबर अपराधों के विरुद्ध जारी इस मुस्तैदी को बनाए रखने का संकल्प दोहराया है।



