छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की अस्थियों के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। मुकेश की अस्थियों का आज कलेश्वरम में विसर्जन होना था।
परिजन जब मुक्तिधाम में अस्थि कलश लेने पहुंचे तो वो वहां नहीं था। आस-पास खोजा तो कुछ दूरी पर अस्थि कलश फूटा मिला और अस्थियां बिखरी हुईं थी।परिजनों ने इस घटना की शिकायत बीजापुर एसपी से की है।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने दावा किया है। युकेश चंद्राकर का कहना है कि भाई को अधमरा होने तक मारकर उस पर बुलडोजर चलाई गई थी।
वहीँ आगे x हैंडल में युकेश चंद्राकर ने लिखा, मुकेश की अस्थियां उठाकर रखी थीं हमने, किसी ने अस्थि कलश को फोड़कर अस्थियां बिखेर डालीं। आज मुकेश के अस्थि विसर्जन की रस्म पूरी की जानी है । मुझे कहीं से पता चला था कि भाई को अधमरा होने तक मारकर उस पर बुलडोजर चलाई गई थी ! हम इंसान हैं ?
सड़क गड़बड़ी के मामले को पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने उजागर किया था। इसके बाद ठेकेदार सुरेश चंद्राकर और उसके भाई रितेश, दिनेश और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके ने पत्रकार की हत्या करवा दी थी।