भीषण गर्मी के बाद भी बच्चों को स्कूल बुलाना मासूमों पर अत्याचार: धनंजय ठाकुर

रायपुर । भीषण गर्मी को देखते हुए प्रदेश के स्कूलों को बंद करने की मांग करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने कहा कि बढ़ती गर्मी को देखते हुए सरकार तत्काल प्रदेश के स्कूलों को बंद करें, मासूम बच्चों को गर्मी से राहत दे, ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा करें। प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। सुबह 8ः00 बजे से ही लोग तेज धूप के चलते घर से बाहर निकलना बंद कर दिए हैं। ऐसे में स्कूलों में बिना पंखा, कूलर, पीने की पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के बाद स्कूल चालू रखना अमानवीय है।

तेज गर्मी के चलते बच्चों के सेहत पर प्रभाव पड़ रहा है, बच्चे बीमार पड़ रहे हैं, डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहे है। पालक एवं शिक्षक भी परेशान हो रहे हैं। पालक, शिक्षक और बच्चों की पीड़ा को वातानुकूलित कमरे में बैठे मंत्री एवं अधिकारी अनदेखा कर रहे है। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए दबाव बनाया जा रहा है, पढ़ाई में पिछड़ने का डर दिखाया जा रहा है। सरकार जोर जबरदस्ती मासूमों को बुला कर अत्याचार कर रही है।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी है। लेकिन पालकों और बच्चों की समस्याओं का सुध लेने वाला कोई नहीं है। पालक और बच्चे आखिर किसके पास जाकर अपनी समस्या को रखें। अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी मांग करती है भीषण गर्मियों को देखते हुए तत्काल स्कूल बंद किया जाए, ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया जाए।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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