
रायपुर । रायपुर पुलिस ने मानव तस्करी और बलात्कार के गंभीर मामले में फरार चल रही आरोपिया सुषमा पटेल को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया है।

गिरफ्तारी का विवरण
पीड़िता की भाभी द्वारा 21 फरवरी 2025 को गुढ़ियारी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिसमें बताया गया कि उसकी ननद घर से बिना बताए कहीं चली गई है। अपहरण की आशंका के चलते पुलिस ने अपराध क्रमांक 55/2025 दर्ज कर जांच शुरू की। बाद में पीड़िता ने 21 मार्च 2025 को अपने भाई से संपर्क कर बताया कि उसे राजेश नामक व्यक्ति द्वारा बहला-फुसलाकर छतरपुर ले जाया गया और वहां बाबूलाल नामक व्यक्ति को बेच दिया गया, जिससे उसकी जबरन शादी करा दी गई।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िता को छतरपुर जिले के हिम्मतपुरा गांव से बरामद किया और रायपुर लाया। पूछताछ के दौरान पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी जबरन करवाई गई थी और आरोपी बाबूलाल ने उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए। इस मामले में पुलिस ने पास्को एक्ट समेत कई धाराओं के तहत बाबूलाल को 1 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया।
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी और खुलासे
मामले में फरार आरोपियों की तलाश लगातार जारी थी, और पुलिस टीम ने महिला बल के साथ छतरपुर जाकर सुषमा पटेल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान सुषमा पटेल ने बताया कि वह राजेश उर्फ राजेंद्र कामडे और उसकी पत्नी लक्ष्मी के साथ मिलकर असहाय लड़कियों को बेचने का काम करती थी। ये लोग रेलवे स्टेशनों पर लड़कियों की तलाश कर उन्हें बहला-फुसलाकर ले जाते थे।
8 फरवरी 2025 को राजेश के बुलाने पर सुषमा रायपुर आई थी और पीड़िता को बेचने की योजना बनाई गई थी। 21 फरवरी को इन आरोपियों ने रायपुर रेलवे स्टेशन से पीड़िता को अगवा किया और पहले राजस्थान ले गए, लेकिन खरीदार न मिलने पर उसे छतरपुर में बाबूलाल अहिरवार को एक लाख रुपये में बेच दिया।
आगे की कार्रवाई
सुषमा पटेल को 23 मई 2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। वहीं, राजेश उर्फ राजेंद्र कामडे और उसकी पत्नी लक्ष्मी की तलाश की जा रही है। पुलिस इनके नेटवर्क को तोड़ने के लिए सक्रिय रूप से जांच में जुटी हुई है।
गुढ़ियारी पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है और दोषियों को कानून के कठोर प्रावधानों के तहत सजा दिलाने की दिशा में कार्य कर रही है।