जीएसटी में बड़ा बदलाव: पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया जनहित के प्रतीक

जनता, व्यापारी और किसान को राहत: भावना बोहरा ने नेक्स्ट-जेन जीएसटी सुधार को बताया आत्मनिर्भर भारत की नींव

पंडरिया । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रिफॉर्म को पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने ऐतिहासिक और जनहितैषी निर्णय बताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सुधार आम जनता, व्यापारियों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के जीवन में प्रत्यक्ष राहत लेकर आएगा। जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार अब केवल दो टैक्स स्लैब रहेंगे 5% और 18%।जिससे 12% और 28% स्लैब समाप्त हो जाएंगे। इस बदलाव से रोजमर्रा की वस्तुएँ सस्ती होंगी, जीवन रक्षक दवाओं पर टैक्स पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है, और बीमा सेवाओं को भी जीएसटी से मुक्त किया गया है।

पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री मोदी की आत्मनिर्भर भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है और इससे कर प्रणाली अधिक सरल, पारदर्शी और व्यावहारिक बनेगी। उन्होंने इसे दीपावली से पूर्व देशवासियों के लिए विशेष उपहार बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार भी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य का जीएसटी और वैट राजस्व 23,448 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जिससे छत्तीसगढ़ देश में अग्रणी राज्य बना है।

विधायक बोहरा ने कहा कि वोकल फॉर लोकल जैसे राष्ट्रव्यापी अभियान के माध्यम से स्थानीय कारोबार को प्रोत्साहन देने, देश की अर्थव्यवस्था को गति देने और स्थानीय विक्रेताओं व कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इस निर्णय से आवश्यक उपभोक्ता वस्तुएँ, शिक्षा से संबंधित सामग्री, स्वास्थ्य सेवाएँ तथा कृषि उपयोगी सामान अधिक किफ़ायती होंगे। इसके परिणामस्वरूप आमजन का दैनिक जीवन सरल होगा और उनकी आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकताओं का सुलभ होना समाज की बड़ी आबादी को सीधे राहत प्रदान करेगा, वहीं कृषि क्षेत्र को भी आवश्यक उपकरण एवं सामग्री की सस्ती उपलब्धता से लाभ होगा, जिससे उत्पादन क्षमता और किसानों की आय दोनों में वृद्धि की संभावना है।

उन्होंने यह भी कहा कि यह निर्णय कर प्रणाली को अधिक स्थिर और समावेशी बनाता है। हेयर ऑयल, साबुन, टूथब्रश, टेबलवेयर और अन्य घरेलू सामान अब 5% जीएसटी के दायरे में आएंगे। भारतीय ब्रेड को जीएसटी से पूरी तरह छूट दी गई है। नमकीन, सॉस, पास्ता, इंस्टेंट नूडल्स, कॉफी, मक्खन, घी, कॉर्नफ्लेक्स और चॉकलेट जैसे पैकेज्ड खाद्य पदार्थों पर भी कम दर से कर लगेगा। 350 सीसी तक की छोटी कारों और मोटरसाइकिलों पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा, वहीं सभी ऑटोमोबाइल पार्ट्स पर भी यही दर लागू होगी। सीमेंट पर जीएसटी दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे घर निर्माण की लागत में कमी आएगी।

स्वास्थ्य सुरक्षा के क्षेत्र में 33 जीवनरक्षक दवाओं पर जीएसटी को 12% से शून्य और 3 दवाओं पर 5% से शून्य कर दिया गया है। यह बदलाव गरीब परिवारों के लिए दवा की पहुंच आसान बनाएगा। व्यक्तिगत जीवन बीमा और व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा सेवाओं पर से जीएसटी खत्म करने का फैसला भी स्वागतयोग्य है। भावना बोहरा ने कहा कि यह निर्णय पूरी तरह आम आदमी की रोजमर्रा जरूरतों में उपयोगी वस्तुओं में राहत देने के उद्देश्य से लिया गया है और यह गरीब-हितैषी तथा विकासोन्मुखी दृष्टिकोण का परिचायक है।

उन्होंने अंत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने सबका साथ, सबका विकास के उद्देश्य के साथ कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं, जिनसे आज सामान्य जनता, गरीब, युवा, महिला, किसान, व्यापारी-हर वर्ग का विकास सुनिश्चित हो रहा है और हमारा भारत आत्मनिर्भर एवं सशक्त बन रहा है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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