हत्या के आरोप में अर्जुन बैरागी गिरफ्तार, दो आरोपी अभी फरार

ताश के पत्तों से शुरू हुआ विवाद, हत्या तक पहुँचा,24 घंटे में मुख्य आरोपी गिरफ्तार

रायपुर । विधानसभा थाना क्षेत्र के सड्डू स्थित बैरागी डेरा में ताश खेलने के विवाद को लेकर हुई हत्या की घटना ने शहर को हिला दिया। पुलिस ने तीव्र कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी अर्जुन बैरागी को घटना के चंद घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य आरोपी फरार हैं।

घटना में मृतक देवेन्द्र कुमार चंदवानी उर्फ राजा को पहले मारपीट की गई, फिर आरोपी अर्जुन बैरागी ने अपने मकान की पहली मंजिल से सिमेंट पोल गिराकर हमला किया जिससे उसकी मौत हो गई। देवेन्द्र और तीनों आरोपी एक ही मोहल्ले के निवासी और आपस में परिचित थे। पुलिस के मुताबिक विवाद की जड़ एक सप्ताह पूर्व ताश पत्ती खेलने को लेकर उत्पन्न हुआ तनाव था।

सूचना मिलने पर पुलिस ने तुरंत FIR संख्या 365/25 के तहत बी.एन.एस. की धारा 103(1), 3(5) के अंतर्गत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साइबर यूनिट तथा थाना विधानसभा की संयुक्त टीम ने आरोपी की तलाश कर उसे पकड़ लिया। आरोपी ने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की है।

पुलिस अब बाकी दो फरार आरोपियों डाडो और साहिल की पतासाजी में जुटी है। घटना स्थल पर निरीक्षण एवं प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ जारी है।

गिरफ्तार आरोपी:

  • अर्जुन बैरागी, पिता गोकुल बैरागी, उम्र 24 वर्ष, निवासी बैरागी डेरा, सड्डू, थाना विधानसभा, रायपुर

पुलिस ने आश्वासन दिया है कि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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