
रायपुर । सत्यमेव जयते फाउंडेशन के प्रदेश संयोजक कन्हैया अग्रवाल ने कहा कि दानी गर्ल्स स्कूल – डिग्री गर्ल्स कॉलेज मार्ग पर लगातार निर्माणाधीन चौपाटी को हटाए जाने की मांग को लेकर 31 मार्च सोमवार को निर्माण स्थल पर ही नागरिकों के साथ धरना देंगे । निर्माण स्थल पर धरना जनप्रतिनिधियों और शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करने के लिए दिया जाएगा ।

सत्यमेव जयते फाउंडेशन के कन्हैया अग्रवाल ने उक्ताशय की जानकारी देते हुए बताया कि चौपाटी निर्माण के खिलाफ पिछले 20 वर्षों में अनेक आंदोलन हुए हैं । 2018 में इस चौपाटी का निर्माण विरोध के बाद रोका गया था ,2020 में नगर निगम ने इस पूरे प्रोजेक्ट को ही रद्द कर दिया था । नई सरकार बनते ही कोर्ट के आदेश का हवाला देकर मुंबई की तथाकथित कंपनी के अदृश्य कर्ता धर्ताओं ने अचानक चौपाटी के निर्माण का कार्य तेजी से प्रारंभ किया है ।
चौपाटी निर्माण रोकने के लिए फाउंडेशन के साथियों ने महापौर चौबे से मुलाकात की थी। उसके बाद महापौर मीनल चौबे ने स्थल निरीक्षण किया और इस पर नाराजगी भी जताई थी । जानकारी के अनुसार उन्होंने तत्काल काम बंद करने के लिए भी कहा था। परंतु बड़े लोगों के संरक्षण में बन रही इस चौपाटी का काम महापौर और अफसरों की नाराजगी के बावजूद भी नहीं रोका गया है ।
डॉ अजीत डेग्वेकर ने बताया कि एमपी प्राइवेट लिमिटेड मुंबई की इस कंपनी को पर्यटन विभाग जो खुद निगम का किराएदार था उसने लीज पर दिया है । लीज की शर्तों के अनुरूप जो कार्य होने हैं इसमें विरोध के बावजूद चौपाटी निर्माण को स्वीकृति दी गई है और कंपनी के कर्ताधर्ता तालाब की सफाई, तालाब के सौंदरीकरण, तालाब में एडवेंचर स्पोर्ट्स ,गार्डन के उन्नयन इन सब कामों को छोड़कर केवल और केवल चौपाटी निर्माण में लगे हैं । हर की पौड़ी ग्रुप के दीपक शर्मा ने कहा कि चौपाटी में शराब पर परोसने की अनुमति दी गई है ।
चौपाटी ही हमारी बेटियों के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा का खतरा है पर चौपाटी में बार खुल जाना तो एक तरह से दानी गर्ल्स स्कूल डिग्री गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं के आवागमन के रास्ते को घोषित तौर पर बंद करने की तरह का कार्य है ,इससे मोहल्ले की शांति भी भंग होगी ।
सत्यमेव जयते फाउंडेशन , बुढ़ापारा के नागरिक , मॉर्निंग वॉक ग्रुप हर की पौड़ी द्वारा 31 मार्च , सोमवार को चौपाटी निर्माण स्थल में ही परिक्रमा पथ में योग करने वाले, सुबह-शाम भ्रमण करने वाले और स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर धरना दिया जाएगा । इस धरने के माध्यम से हम शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए इस पूरे प्रोजेक्ट को रद्द करने की मांग करेंगे ।