छत्तीसगढ़ मेयर चुनाव:पांच नगर निगमों में महिला बनेंगी महापौर, रायपुर महापौर की महिला दावेदार

रायपुर। नगरीय निकाय-त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की डुगडुगी बजते ही राजनीतिक दलों ने भी योग्य प्रत्याशी के लिए मंथन तेज कर दिया है। प्रदेश के 14 में से 10 नगर निगमों में चुनाव हो रहा है।इनमें पांच निगमों इस बार महिला महापौर के लिए आरक्षित किया गया है।

10 नगर निगमों में अभी चुनाव होंगे और बाकी चार नगर निगमों में दिसंबर 2025 में चुनाव होंगे। अभी जिन निगमों में चुनाव होना है, उनमें दावेदारों की चर्चा तेज हो गई है। रायपुर नगर निगम में भाजपा की ओर से नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रहीं मीनल चौबे, रायपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकीं लक्ष्मी वर्मा, विश्वनंदिनी पांडेय सहित अन्य महिलाओं के नामों की चर्चा है।

कांग्रेस की तरफ से पूर्व में रायपुर की महापौर रह चुकीं डॉ. किरणमयी नायक, सभापति प्रमोद दुबे की पत्नी दीप्ति दुबे, परमजीत कौर, निशा देवेंद्र यादव सहित अन्य के नामों की चर्चा है। इसी तरह दुर्ग नगर निगम, कोरबा नगर निगम सहित अन्य निगमों में भी दावेदारों की चर्चा हो रही है।

पूरी हुई आरक्षण की प्रक्रिया

राज्य के 14 नगर निगम में महापौर, 54 नगर पालिका और 124 नगर पंचायत में अध्यक्ष के आरक्षण की प्रकिया मंगलवार को पूरी हो गई। दीनदयाल आडिटोरियम में कुल 192 नगरीय निकायों के लिए आरक्षण तय करने के लिए लाटरी निकाली गई। इस बार पांच नगर निगमों में महिला महापौर चुनीं जाएंगी।

इनमें रायपुर, कोरबा और बिरगांव में सामान्य वर्ग की महिलाएं चुनाव लड़ सकेंगी। जबकि रिसाली में अनुसूचित जाति और दुर्ग में अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला को महापौर के लिए चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा। भिलाई, भिलाई-चरोदा, बिलासपुर नगर निगम को अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है।

जगदलपुर, चिरमिरी को सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। रायगढ़ नगर निगम अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है। अंबिकापुर नगर निगम अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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