रायपुर । छत्तीसगढ़ की धरती ने एक नया इतिहास रचते हुए डिजिटल मीडिया में समावेश की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। सरगम नृत्यांगना ने एक निजी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनल के साथ जुड़ते हुए राज्य की पहली ट्रांस वूमन एंकर के रूप में अपनी पहचान बनाई है, जो न केवल ट्रांस समुदाय के लिए, बल्कि समूचे मीडिया जगत और सामाजिक संवाद की दिशा में प्रेरणास्रोत बन चुकी हैं।
यह परिवर्तन वर्ष 2019 में उस मीडिया संगठन द्वारा आरंभ किए गए ट्रांस समुदाय आधारित पाँच एपिसोडों की विशेष शृंखला से प्रारंभ हुआ था। इस संवाद की शुरुआत मितवा समिति, विद्या राजपूत, रवीना सहित ट्रांस समुदाय के अन्य साथी कलाकारों के साथ मिलकर की गई थी। आज यही यात्रा सरगम नृत्यांगना के मंच संचालन के रूप में जनसंवाद तक पहुँच चुकी है।
सरगम ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे एक मकसद पूरा हुआ।मेरे सपनो को पंख मिल गए ।बहुत खुशी हो रही है कि मेरी अपनी एक अलग पहचान बनेगी और मैं समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ूंगी।
‘सरगम’ केवल एक एंकर नहीं बल्कि समावेश के विचार की प्रतिमूर्ति हैं। उनके माध्यम से मीडिया का उद्देश्य केवल कंटेंट निर्माण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सामाजिक स्वीकार्यता और लोक चेतना के विस्तार की दिशा में सक्रिय हो गया है।
मीडिया संगठन का मानना है कि यह पहल एंकरिंग से कहीं आगे है। यह लोक संवाद की सतत प्रक्रिया है जिससे समाज के हाशिये पर खड़े समुदायों के लिए नए अवसरों के द्वार खुलते हैं और उनकी आवाज़ मुख्यधारा में सुनाई देने लगती है।