रायपुर । 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा के शराब घोटाला मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। शराब घोटाले मामले में उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था। लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम तक उन्हें कोर्ट में पेश किया जा सकता है।
जिस समय शराब घोटाला उजागर हुआ था उस समय कोंटा विधानसभा सीट से विधायक कवासी लखमा राज्य के आबकारी मंत्री थे। 9 जनवरी को भी ईडी ने कवासी लखमा से 8 घंटे तक पूछताछ की थी।
वहीं आज ईडी दफ्तर में अंदर घुसने से पहले कवासी लखमा ने कहा था कि पूछताछ के बुलाया गया है। इसलिए आया हूं। हमारा देश कानून के हिसाब चलता है, अगर कानून के हिसाब से बुलाएंगे, तो मैं एक नहीं 25 बार आऊंगा।
तीसरी बार में किया गिरफ्तार
लखमा को सुबह 11 बजे ईडी दफ्तर में बुलाया था। कवासी लखमा से दो बार ईडी दफ्तर में पहले भी पूछताछ हो चुकी थी। बता दें कि 28 दिसम्बर को ईडी ने कवासी समेत उसके करीबियों के रेड मारी थी। इसके बाद 3 और 9 जनवरी को भी पूछताछ की जा चुकी है। आज उन्हें तीसरी बार पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलाया गया था। इसी दौरान उनकी गिरफ्तारी हुई है।
छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला
शराब घोटाले मामले की जांच ईडी कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। ईडी द्वारा दर्ज FIR में दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई। ED ने अपनी जांच में पाया कि भूपेश सरकार के कार्यकाल में आईएएस अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी एपी त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था। ED द्वारा दर्ज कराई गई एफाईआर की जांच ACB कर रही है। ACB से मिली जानकारी के अनुसार साल 2019 से 2022 तक सरकारी शराब दुकानों से अवैध शराब डूप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई थी। जिससे शासन को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ था।