जयस्तंभ चौक पर पत्रकार मुकेश चंद्राकर को दी श्रद्धांजलि, हत्यारों को फांसी देने की करी मांग

रायपुर । बीजापुर के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या से प्रदेशभर के पत्रकारों में आक्रोश है। रायपुर प्रेस क्लब के सदस्यों ने जय स्तंभ चौक स्थित शहीद वीरणारायण की प्रतिमा स्थल पर मुकेश को श्रद्धांजलि दी और 2 मिनट का मौन रखा।

इस दौरान पत्रकारों ने मुकेश के हत्यारों को फांसी देने की मांग की। रायपुर प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर और महासचिव डॉ. वैभव शिव पांडेय ने कहा कि बीजापुर के युवा पत्रकार साथी मुकेश चंद्राकर की हत्या हमारे लिए स्तब्ध करने वाली बेहद दुखद घटना है। बस्तर में पत्रकारिता हमेशा से चुनौतियों से भरी रही है. लेकिन ताजा घटना ने बता दिया है कि एक भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाने की कीमत जान दे कर चुकानी होती है. साथी मुकेश चंद्राकर की हत्या से प्रदेश भर के पत्रकारों में गहरी पीड़ा और आक्रोश है.

रायपुर प्रेस क्लब ने इस हत्याकांड की एसआईटी से जांच और हत्यारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही राज्य सरकार से बस्तर समेत पूरे छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की है. शोक की इस घड़ी में रायपुर प्रेस क्लब ने साथी मुकेश चंद्राकर के परिवार के साथ खड़े रहने का संकल्प लिया है.

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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