
रायपुर । खरोरा के बंगोली में हुए भयानक सड़क हादसे ने 13 परिवारों को उजाड़ दिया। मातम में डूबे इन घरों में अब केवल यादें रह गईं, मगर दर्द से टूटे इन परिजनों को सरकार ने राहत देने की कोशिश की है।

धरसींवा विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनुज शर्मा ने पीड़ितों के आंसू पोंछते हुए सहायता राशि के चेक सौंपे। विधायक अनुज शर्मा ने कहा, “हमारे लिए हर नागरिक की सुरक्षा और भलाई सर्वोपरि है। संकट के इस क्षण में सरकार हर पीड़ित के साथ खड़ी है।”
सरकार का फौरन एक्शन, मृतकों के परिवारों को राहत
इस दर्दनाक हादसे के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 2 लाख रुपये मृतकों के परिवारों को और 50-50 हजार रुपये घायलों के लिए राहत कोष से सहायता की घोषणा की।
जल्द मिली राहत, परिवारों को मिला सहारा
कुछ ही दिनों में प्रशासन ने ग्राम मोहदी के 4 और ग्राम मनोहरा के 1 मृतक परिवार को 5-5 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। इसके साथ ही ग्राम मोहदी के 5 घायलों और ग्राम चरोदा के 3 घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी गई।
विधायक अनुज शर्मा ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया कि घायलों का इलाज सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।
शोक में डूबे परिवार, सरकार का कंधा बना सहारा
हादसे में अपनों को खो चुके परिवारों की आंखों में आंसू थे। बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया, तो कई माता-पिता अपने लाल को। हर तरफ दुख, मातम और टूटे सपनों का मंजर था। लेकिन सरकार ने यह भरोसा दिलाया कि वे अकेले नहीं हैं।
विधायक शर्मा ने कहा, “यह हादसा एक दर्दनाक त्रासदी है, मगर हमारी सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। यह मदद सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि एक वादा है कि हम उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे।”
क्या अब बदलेगी तस्वीर?
इस भीषण हादसे के बाद पूरे प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर बहस छिड़ गई है। क्या प्रशासन और जनता मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएंगे?
सरकार ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है, मगर असल सवाल यह है क्या भविष्य में कोई परिवार इस त्रासदी को दोबारा नहीं झेलेगा?