Instant Loan App से लिया था २ हजार का कर्ज, नहीं चुका पाने पर हुई पत्नी की अभद्र तस्वीर सार्वजनिक

आंध्र प्रदेश से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. लोन ऐप एजेंटों की मानसिक प्रताड़ना के चलते एक नौजवान ने सुसाइड कर अपनी जान दे दी. 7 दिसंबर को सुरेदा नरेंद्र और अखिला देवी की शादी के 47 दिन बाद, एक मोबाइल ऐप के जरिए लिए गए 2,000 रुपये के कर्ज ने उनकी जिंदगी में उथल-पुथल मचा दी.

25 साल के नरेंद्र ने 28 अक्टूबर को अखिला के साथ इंटरकास्ट लव मैरिज की थी. यह जोड़ा विशाखापत्तनम में रहता था और नरेंद्र एक मछुआरा था. हालांकि, मौसम की स्थिति के कारण वह कुछ दिनों तक मछली पकड़ने नहीं जा सका, जिससे वह आर्थिक तंगी में आ गया. अपने खर्चों को पूरा करने के लिए नरेंद्र ने एक ऐप से 2,000 रुपये का लोन लिया था. कुछ ही हफ्तों में लोन ऐप के एजेंट उसे लोन चुकाने के लिए परेशान करने लगे और गाली-गलौज वाले मैसेज भेजने लगे.

एजेंटों ने उनकी पत्नी की मॉर्फ्ड तस्वीरें भी भेजीं. साथ ही तस्वीर पर उसकी पत्नी की कीमत भी लगाई. कॉन्टैक्ट लिस्ट में जो उनके दोस्त और परिवार के सदस्य थे उन्हें भी ये तस्वीर भेजी. जब तस्वीरें अखिला के फोन पर आईं तो उसने अपने पति को बताया और उसे लोन के बारे में जानकारी दी गई. इसके बाद नरेंद्र ने लोन का भुगतान कर दिया लेकिन इसके बाद इन एजेंटों ने इन लोगों का उत्पीड़न करना जारी रखा.

लगातार सर्कुलेट हो रही तस्वीर के बारे में नरेंद्र के जानने वाले उससे पूछताछ करने लगे और एक समय ऐसा आया जब वो टूट गया. अपमानित महसूस करते हुए नरेंद्र ने शादी के कुछ दिनों बाद ही उसने सुसाइड कर लिया.

पुलिस का कथन 

विशाखापत्तनम के महारानीपेटा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर बी भास्कर राव ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “नरेंद्र और उनके पिता मछुआरे हैं लेकिन मौसम की वजह से मछुआरे पिछले दो महीने से बिना किसी आजीविका अपना जीवन बिता रहे हैं. हमें नहीं पता कि उसे वाकई पैसों की ज़रूरत थी या नहीं, क्योंकि उसकी पत्नी अखिला भी काम करती है. हम अभी भी इस बात की जांच कर रहे हैं कि उसने सिर्फ 2,000 रुपये उधार लिए थे या उससे ज्यादा. उसने पिछले महीने 2,000 रुपये का लोन लिया था, लेकिन चुकाया नहीं था, जिसकी वजह से लोन एजेंट उसे फ़ोन करने लगे.”

उन्होंने आगे कहा, “बाद में लोन एजेंट ने उसकी पत्नी की एक तस्वीर हासिल की और उसे एक न्यूज पिक्चर में बदल दिया, जिसे उन्होंने उसे और उसकी फोन बुक में मौजूद सभी संपर्कों को भेजा, जिसमें एक ‘कीमत’ बताई गई थी. जब उनके रिश्तेदारों ने फोन करना शुरू किया तो अखिला को समझ में आ गया कि क्या हुआ था और उसने तुरंत पूरे 2,000 रुपये चुका दिए लेकिन एजेंट ने छेड़छाड़ की गई तस्वीर को प्रसारित करना जारी रखा. नरेंद्र अपमान को बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने आत्महत्या कर ली. हम लोन ऐप और उन्हें परेशान करने वाले एजेंटों का पता लगाने के लिए साइबर पुलिस की मदद ले रहे हैं.”

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button