प्रजापिता ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय में आयोजित स्नेह मिलन एवं सम्मान समारोह में विधायक डॉ.सम्पत अग्रवाल हुए शामिल,दी शुभकामनाएं

रायपुर/बसना। बसना विधायक डॉ.सम्पत अग्रवाल सांकरा के प्रजापिता ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय द्वारा त्रिस्तरीय चुनाव के समस्त नवनिर्वाचित सांकरा मण्डल के जनप्रतिनिधियों के स्नेह मिलन एवं सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

ब्रह्मकुमारी संस्थान की वरिष्ठ बहनों ने विधायक डॉ.सम्पत अग्रवाल का अंगवस्त्र एवं देवी देवताओं की चित्र भेंटकर स्वागत किया । स्नेह मिलन और सम्मान समारोह कार्यक्रम की शुरुआत में विधायक डॉ संपत अग्रवाल ने दीप प्रज्वलन किया। विधायक अग्रवाल ने नवनिर्वाचित सांकरा मण्डल के सभी जनप्रतिनिधियों को अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया और शुभकामनाएं दी।

सत्संग और ध्यान के माध्यम से मन में शुभ संकल्पों की होती जागृति

विधायक डॉ.सम्पत अग्रवाल ने ब्रह्मकुमारी बहनों द्वारा आयोजित स्नेह मिलन एवं सम्मान समारोह की अनूठी परंपरा के लिए विशेष आभार व्यक्त किया। साथ ही कहा कि सत्संग और ध्यान के माध्यम से मन में शुभ संकल्पों की जागृति होती है। जब हम इन्हें अपने जीवन में अपनाते हैं, तो समाज और राष्ट्र के उत्थान में योगदान देते हैं।

ब्रह्मकुमारी संस्थान सशक्त राष्ट्र निर्माण की दिशा में निभाता महत्वपूर्ण भूमिका

उन्होंने ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा आध्यात्मिक जागरूकता और समाज सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्थान केवल आध्यात्मिकता का प्रसार ही नहीं कर रहा, बल्कि यह एक सशक्त राष्ट्र निर्माण की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

नशा मुक्ति अभियान को मिली राष्ट्रीय स्तर की सराहना

विधायक डॉ.सम्पत अग्रवाल ने इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा छत्तीसगढ़ से प्रारंभ किए जा रहे विशेष नशा मुक्ति अभियान की सराहना की। विधायक ने कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज और राष्ट्र का सबसे बड़ा संकट बन चुका है। युवाओं का इससे सबसे अधिक प्रभावित होना हमारी सबसे बड़ी चुनौती है। नशे की लत केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं, बल्कि यह सड़क दुर्घटनाओं, हिंसा और परिवारों के विघटन का प्रमुख कारण भी बनता जा रहा है।

योग और ध्यान से व्यक्ति के जीवन में आता परिवर्तन

डॉ अग्रवाल ने इस अभियान की सफलता के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि योग और ध्यान से न केवल व्यक्ति के जीवन में संतुलन आता है, बल्कि इससे सकारात्मक मानसिकता भी विकसित होती है। यह अभियान छत्तीसगढ़ से लेकर संपूर्ण राष्ट्र के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होगा।

ब्रह्मकुमारी संस्थान सकारात्मक परिवर्तन का कर रहा संचार

उन्होंने कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्थान केवल ध्यान और योग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज सुधार, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और नैतिक मूल्यों के संवर्धन में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। ब्रह्मकुमारी संस्थान अपने शिक्षा, योग, ध्यान और समाज सेवा से जुड़े अभियानों के माध्यम से न केवल भारत, बल्कि विश्वभर में सकारात्मक परिवर्तन का संचार कर रहा है।

उपस्थित गणमान्यजन

इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी अहिल्या दीदी, ब्रह्माकुमारी नंदिनी दीदी, वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश अग्रवाल,रामदुलारी सीताराम सिन्हा जिला पंचायत सदस्य पिथौरा, सांकरा सरपंच सतपाल सिंह छाबड़ा, जनपद सदस्यगण पुरुषोत्तम धृतलहरें, कंवलजीत सिंह पम्मी, मथामणी बढाई,अजय अग्रवाल,सोसायटी अध्यक्ष प्रहलाद पटेल, युवा मोर्चा अध्यक्ष गोविंद साहू, सांकरा उपसरपंच मिथिला राणा,परसवानी सरपंच कविता राम चौधरी, परसवानी सोसायटी अध्यक्ष अकलश्याम चौधरी, कंचनपुर सरपंच गिरधर पटेल, सरपंच बगारदरहा देवेन्द्र चौहान, देवसराल सरपंच मेहत्तर चौहान, सानटेमरी सरपंच देवेन्द्र यादव, उपसरपंच पीताम्बर यदू, जसकुमार, जयकृष्ण भोई, विकास बांक, गुरुदेव यदु, ललिता राणा, मांगमोती सिदार, गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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