छत्तीसगढ़ रजत जयंती पर गम का साया: कर्तव्य निभाते हुए ‘फुलजेंस पन्ना’ ने त्यागे प्राण, पुलिस विभाग शोकमग्न
रायपुर में दुखद घटना: प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक का निधन कांकेर जिले के 51 वर्षीय पुलिसकर्मी फुलजेंस पन्ना की तबीयत बिगड़ने के बाद इलाज के दौरान मौत, पुलिस विभाग में शोक।

ड्यूटी के दौरान बिगड़ी तबीयत
मृतक प्रधान आरक्षक की पहचान फुलजेंस पन्ना (51 वर्ष) के रूप में हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वे मूल रूप से कांकेर जिले में पदस्थ थे, लेकिन प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए उन्हें रायपुर पुलिस लाइन में रिजर्व बल के तहत ड्यूटी पर तैनात किया गया था।
शनिवार सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था में उनकी ड्यूटी लगी हुई थी। ड्यूटी के दौरान ही फुलजेंस पन्ना की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उनके सहयोगियों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें तत्काल पुलिस लाइन स्थित अस्पताल पहुंचाया।
इलाज के दौरान निधन, मौत का कारण अस्पष्ट
पुलिस लाइन अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिए जाने के बाद, प्रधान आरक्षक की हालत की गंभीरता को देखते हुए उन्हें तुरंत राजधानी के रामकृष्ण अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने रामकृष्ण अस्पताल में करीब आधे घंटे तक उनका उपचार किया और हर संभव प्रयास किया, लेकिन प्रधान आरक्षक फुलजेंस पन्ना को बचाया नहीं जा सका और इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, प्रधान आरक्षक की मौत का वास्तविक कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस विभाग में एक अनुभवी और लंबे समय से सेवा दे रहे इस जवान की अचानक हुई मृत्यु से सभी स्तब्ध हैं।
शव पोस्टमार्टम के लिए मेकाहारा भेजा गया
प्रधान आरक्षक फुलजेंस पन्ना के पार्थिव शरीर को मेकाहारा अस्पताल भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम (शव परीक्षण) के बाद ही उनकी मौत के वास्तविक कारणों, जैसे कि हृदय गति रुकना या अन्य किसी स्वास्थ्य समस्या, का खुलासा हो सकेगा।
कोतवाली थाना पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर लिया है और नियमानुसार जांच शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री के सुरक्षा कार्यक्रम के दौरान हुई इस दुखद घटना ने ड्यूटी पर तैनात अन्य पुलिसकर्मियों और विभाग को भावनात्मक रूप से प्रभावित किया है।



