राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुलिस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल कर स्नैचर की पहचान की है और यह अपने आप में एक अलग तरह का मामला है. दरअसल, एक महिला का फोन छीनकर एक स्नैचर फरार हुआ और एक सीसीटीवी फुटेज में नजर भी आया. लेकिन, उसने मास्क लगा रखा था और इस वजह से उसकी पहचान नहीं हो पाई. इसके बाद एंट्री हुई एआई (AI) की, जिसकी मदद से पुलिस ने फुटेज से स्नैचर के चेहरे से मास्क हटाया और उसकी पहचान कर ली.
डीसीपी (उत्तर) राजा बंथिया ने कहा कि घटना 24 नवंबर को हुई, जब शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि टायर मार्केट, पहाड़ी धीरज मेन रोड के पास मोबाइल फोन छीन लिया गया था. महिला के अनुसार, एक अज्ञात व्यक्ति पीछे से उसके पास आया, उसका मोबाइल फोन छीन लिया और सदर बाजार के गली टायर वाली की ओर भाग गया.
महिला की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया और दिल्ली पुलिस ने अपराधी को तुरंत पकड़ने के लिए एक टीम बनाई. एक सीसीटीवी फुटेज में अपराधी नजर भी आ गया, लेकिन पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज इसके बाद शुरू हुई. डीसीपी राजा बंथिया ने बताया, ‘हमने सीसीटीवी फुटेज पर काम करना शुरू किया और स्नैचर के रूट को ट्रैक किया. एक क्लिप में, आरोपी को शिकायतकर्ता का मोबाइल फोन छीनने के बाद भागते हुए देखा गया. लेकिन, जांच में दिक्कत आई, क्योंकि आरोपी ने मास्क पहन रखा था और इस वजह से उसकी पहचान नहीं की जा सकी.’
इसके बाद जांच में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की एंट्री हुई और टेक्निकली स्किल्ड टीम ने सीसीटीवी वीडियो से मास्क को हटाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया. राजा बंथिया ने बताया, ‘एआई तकनीक का उपयोग करके मास्क को हटाया गया और आरोपी की एक क्लियर इमेज निकाली गई.’ इसके बाद पुलिस के लिए अपने गुप्त मुखबिरों को सक्रिय करने के लिए यह पर्याप्त था.
टेक्निकल सर्विलांस और खुफिया जानकारी के आधार पर आरोपी की पहचान सदर बाजार के रहने वाले 23 साल के अफनान अली के रूप में की गई. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी की और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने छीना हुआ मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया और अपराध के समय आरोपी द्वारा पहने गए कपड़े भी जब्त कर लिए. पूछताछ के दौरान अफनान ने खुलासा किया कि वह घटना से सात दिन पहले ही तिहाड़ जेल से रिहा हुआ था और फिर से अपनी आपराधिक गतिविधियों में लग गया था.