अवैध संबंध में विवाद: रायपुर लॉज में युवक की हत्या, नाबालिग हिरासत में

सत्कार गली स्थित लॉज में रुकी थी नाबालिग, विवाद के बाद प्रेमी की हत्या कर लौटी बिलासपुर



रायपुर । रायपुर के थाना गंज क्षेत्र स्थित सत्कार गली, रमन मंदिर वार्ड में स्थित एवन लॉज में एक सनसनीखेज हत्या की घटना सामने आई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिलासपुर के थाना कोनी क्षेत्र की रहने वाली एक 16 वर्षीय विधि संघर्षरत बालिका शनिवार को अपने प्रेमी मोहम्मद सद्दाम (निवासी बिहार, हाल-एमएस इंजीनियरिंग, अभनपुर क्षेत्र) के साथ उक्त लॉज में ठहरी थी।

दोनों के बीच प्रेम संबंध था, लेकिन लॉज में ठहरने के दौरान किसी बात को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि बालिका ने कथित रूप से धारदार हथियार से सद्दाम पर हमला कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने लॉज का कमरा बाहर से बंद किया, मृतक का मोबाइल साथ लिया और कमरे की चाबी रेलवे ट्रैक में फेंक दी। इसके बाद वह अपने घर लौट गई ।

इसके बाद वह अपने घर लौट गई और माँ को पूरी घटना की जानकारी दी। माँ के साथ वह थाना कोनी पहुंची और पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने तत्काल थाना गंज रायपुर को सूचित कर कार्रवाई शुरू की। मृतक के मोबाइल नंबर के आधार पर उसके परिजनों की तलाश की जा रही है।

वहीं, नाबालिग बालिका से पूछताछ जारी है और किशोर न्याय अधिनियम के तहत विधिक प्रक्रिया अपनाई जा रही है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। यह घटना नाबालिगों में भावनात्मक असंतुलन और रिश्तों की जटिलता को उजागर करती है, जिससे समाज में जागरूकता की आवश्यकता और भी बढ़ जाती है।

 

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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