रायपुर । छत्तीसगढ़ में एक बार फिर 5वीं और 8वीं बोर्ड परीक्षा चालू शिक्षा सत्र 2024-25 से शुरू की जाएगी। मंगलवार को मंत्री परिषद की बैठक में ये फैसला लिया गया है। परीक्षा में फेल होने वाले विद्यार्थियों के लिए दो माह के भीतर फिर से परीक्षा (पूरक) आयोजित की जाएगी।दरअसल लगातार जनरल प्रमोशन से शिक्षा का स्तर गिरने की बात सामने आ रही थी, बीते कई दिनों से फिर से बोर्ड परीक्षा शुरू होने की चर्चा भी थी।
दूसरे स्कूल में चेक होंगी आंसर शीट
5वीं और 8वीं के छात्रों की आंसर शीट का मूल्यांकन उसी स्कूल के बजाय दूसरे स्कूलों में कराया जाएगा, हालांकि परीक्षा में फेल-पास को लेकर स्पष्ट निर्देश का इंतजार है। बोर्ड परीक्षा में फेल-पास पर शिक्षा विभाग निर्णय लेकर जल्द ही परीक्षा को लेकर दिशा-निर्देश जारी करेगा।
अप्रैल में हो सकती है परीक्षा
इस फैसले के बाद से ही विभाग तैयारियों में जुट गया है, परीक्षा संभवतः अप्रैल में आयोजित की जाएगी। साथ ही चौथी और 7वीं के बच्चों की भी वार्षिक परीक्षा ली जाएगी। कैबिनेट की बैठक पर मुहर लगने के बाद अब प्रदेश में 5वीं एवं 8वीं बोर्ड परीक्षा चालू शिक्षा सत्र 2024-25 से ही प्रारंभ होगी।
केन्द्र सरकार द्वारा निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 को 1 अप्रैल 2010 में लागू किया गया था। इस अधिनियम की धारा 3 (1) के अंतर्गत 6-14 आयु वर्ग के प्रत्येक बच्चे को निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा दी जाती है।
इस अधिनियम में कक्षा पहली से आठवीं तक किसी भी बच्चे को अनुत्तीर्ण नहीं किया जाता है। इसी कारण प्रदेश में 2010-11 से ही 5वीं और 8वीं बोर्ड परीक्षा समाप्त कर दी गई थी और पहली से आठवीं तक किसी भी विद्यार्थी को अनुत्तीर्ण नहीं किया जा रहा है।
इसका असर यह हुआ कि 8वीं तक के बच्चों की शिक्षा के गुणवत्ता में गिरावट आने लगी। बाद में भारत सरकार द्वारा अधिनियम में संशोधन किया गया। जिसमें 5वीं 8वीं बोर्ड परीक्षा लेने की छूट प्रदान की गई।