मेकाहारा अस्पताल पत्रकार से मारपीट: पूर्व सीएम ने कहा साय सरकार के कार्यकाल में पत्रकार सुरक्षित नहीं,वही स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल बोले पत्रकारों से दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं

रायपुर । रविवार देर रात अंबेडकर अस्पताल में बाउंसर ने मीडियाकर्मियों के साथ मारपीट की। न्यूज़ चैनल के रिपोटर्स रायपुर में हुई चाकूबाजी की घटना में घायल शख्स से जुड़ी रिपोर्टिंग करने पहुंचे थे। रिपोर्टर को न्यूज़ बनाने से रोकने के चक्कर में बाउंसर हाथापाई पर उतर आए। इसकी खबर मिलते ही रायपुर के अन्य पत्रकार और प्रेस क्लब के पदाधिकारी भी अस्पताल पहुंचे बाउंसर ने सभी पत्रकारों के साथ पुलिस के सामने ही धक्का-मुक्की शुरू कर दी।

स्वास्थ्य मंत्री बोले पत्रकारों के साथ ऐसा बर्ताव उचित नहीं

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि पत्रकारों को धमकाने और दुर्व्यवहार करने वाले लोगों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने मारपीट करने वाले बाउंसर एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ हीं कहा कि पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं होगा ।

पूर्व सीएम बघेल बोले साय सरकार के कार्यकाल में पत्रकार सुरक्षित नहीं

मेकाहारा अस्पताल में पत्रकार के साथ बाउंसर द्वारा मारपीट की घोर निंदा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि विष्णुदेव साय के सुशासन में अब पत्रकार सुरक्षित नहीं है । यदि शासन के अनुकूल कोई खबर हो तब तो साय सरकार खुश होती है वाह वाही करती है और वही यदि उनकी व्यवस्था के खिलाफ कोई न्यूज कवर करने भी जाए, खबर चलाना तो दूर की बात है कवरेज करने भी जाए, तो पत्रकारों पर जानलेवा हमला हो रहा है । उसे रात भर संघर्ष करना पड़ रहा है । मुख्यमंत्री निवास के सामने धरना देना पड़ा। मै पत्रकार साथियों को प्रशंसा करता हूं साथ ही सरकार की निंदा करता हूं जो निरंकुश हो गई है जिसे प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ पर जिस प्रकार से हमले किए जा रहे हैं उसकी मै निंदा करता है । मै विष्णुदेव से यही कहूंगा कि आगे पत्रकारों के साथ इस प्रकार की घटना न हो, इस बात का ध्यान रखें।

मामला इस प्रकार है

रविवार की रात पत्रकार चाकूबाजी से पीड़ित वर्ग की रिपोर्टिंग करने के लिए मेकाहारा अस्पताल पहुंचे हुए थे । रिपोर्टिंग करने से बाउंसर द्वारा रोका गया। विवाद तब बढ़ा जब अस्पताल में बाउंसर सप्लाई करने वाली एजेंसी का संचालक वसीम बाबू पिस्तौल लेकर अस्पताल पहुंचा। वसीम अपने 3 बाउंसर के साथ मिलकर पत्रकारों को धमकाने लगा। पुलिस की मौजूदगी में उसने महिला सुरक्षा कर्मियों को अस्पताल के गेट से बाहर निकालकर पत्रकारों की ओर धकेलना शुरू किया। अस्पताल के गेट पर ही पुलिस ने रिपोर्टर्स को रोका। सभी पत्रकार बाउंसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग लेकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। लगभग 3 घंटे बीत जाने के बावजूद भी कोई कार्रवाई न होती देख सभी पत्रकारों ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर दिया।

मामले में तीन बाउंसर गिरफ्तार

इस मामले में मौदहापारा थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की । बाउंसर एजेंसी के संचालक वसीम बाबू और उसके दो साथी बाउंसर को गिरफ्तार किया गया। खबर है कि वसीम के घर से पिस्तौल और गोलियां बरामद की गई हैं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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