अंबिकापुर/रायपुर । छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। छिन्दकालों गांव में 35 साल के आनंद राम यादव को बेहोशी की हालत में परिजन मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर पहुंचे थे।
यहां डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया।दरअसल आनंद राम को 15 सालों से कोई संतान नहीं हो रही थी। संतान की चाहत में आनंद राम काफी परेशान रहा करता था। तभी गांव के ही किसी व्यक्ति ने सलाह दिया कि यहां एक महिला बैगा से झाड़ फूंक कराने से संतान हो सकती है।
बच्चे की चाहत में एक 1 साल से आनंद राम गांव की ही महिला बैगा के पास झाड़ फूंक कराया करता था। 5 महीने पहले उसके घर बेटे का जन्म हुआ। बेटे के जन्म लेने से घर में खुशियों का माहौल था। 5 दिन पहले ही मृतक ने अपने 5 महीने के बच्चे का मुंडन कराने ससुराल और परिवार वालों को बुलाया था।
सदमे में परिवार
परिवार वालों का कहना है कि बेटे के लिए मृतक आनंद राम ने मन्नत मांगा था। उसी मन्नत को पूरा करने के लिए बीते दिन एक काला रंग के मुर्गी का बच्चा 200 रुपए में खरीद कर लाया था। परिवार वालों के पूछने पर खास काम के लिए मुर्गी का बच्चा लाने की बात उसने बताई थी। इसके बाद मन्नत पूरा करने जिंदा मुर्गी के बच्चे को उसने निगल लिया। मुर्गी के बच्चे को निगलने से युवक की मौत हो गई। हादसे के बाद पूरा परिवार सदमे में है।
पीएम करने वाले भी इस हैरतअंगेज केस को देखकर हैरान है। डॉक्टर ने बताया कि परिवार वाले ने बेहोश होकर गिरने की बात बताई थी। युवक के पोस्टमार्टन के दौरान डॉक्टर युवक की मौत की वजह नहीं जान पा रहे। ऐसे में जब डॉक्टर ने युवक के गले को चेक किया तो देखकर दंग रह गए। युवक के गले में मुर्गी के चूजा फंसा हुआ था। डॉक्टर का कहना है कि 15 हजार से अधिक पोस्टमार्टम में यह पहला ऐसा हैरान करने वाला केस है।