CG Vidhan Sabha: विपक्ष के हंगामे से बाधित हुई कार्यवाही, प्रश्नकाल पर नहीं हो सकी बहस

शीतकालीन सत्र के चौथे दिन विपक्षी विधायकों ने सत्यमेव जयते और वंदे मातरम की तख्तियों के साथ सदन में प्रवेश किया, जिससे कार्यवाही बाधित हुई और प्रश्नकाल बिना चर्चा के स्थगित करना पड़ा।





रायपुर, 17 दिसंबर 2025: छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन मंगलवार को सदन में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखा टकराव देखने को मिला।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के विधायकों ने सत्यमेव जयते लिखे पोस्टर और वंदे मातरम की तख्तियां लेकर सदन में प्रवेश किया, जिससे कार्यवाही बार-बार बाधित हुई।

विधानसभा अध्यक्ष के बार-बार आग्रह के बावजूद विपक्षी विधायक तख्तियां हटाने को तैयार नहीं हुए, जिसके चलते प्रश्नकाल की कार्यवाही पूरी तरह स्थगित करनी पड़ी।

तीन बार स्थगित हुई कार्यवाही, प्रश्नकाल रहा ठप

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने स्पष्ट किया कि संसदीय परंपरा के अनुसार सदन में किसी भी प्रकार की तख्ती या पोस्टर लाना अनुचित है।

उन्होंने विपक्षी विधायकों से तख्तियां बाहर रखने का अनुरोध किया, लेकिन विपक्ष अपने रुख पर अड़ा रहा। परिणामस्वरूप, सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी और अंततः प्रश्नकाल बिना किसी चर्चा के समाप्त हो गया।

विपक्ष का आरोप: मनरेगा, पंचायत और शिक्षा में भ्रष्टाचार

विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार मनरेगा भुगतान में देरी कर रही है, जॉब कार्डधारियों को समय पर काम नहीं मिल रहा और पंचायत स्तर पर व्यापक भ्रष्टाचार व्याप्त है।

कांग्रेस विधायकों ने स्कूल शिक्षा, उद्योग, पर्यावरण और पंचायत से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की मांग की। उनका कहना था कि सरकार इन जनहित के मुद्दों से ध्यान भटका रही है और जवाबदेही से बच रही है।

तीसरे दिन पेश हुआ था 35,000 करोड़ का अनुपूरक बजट

गौरतलब है कि विधानसभा के तीसरे दिन राज्य सरकार ने 35,000 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया था, जिसमें विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त राशि का प्रावधान किया गया था। विपक्ष का आरोप है कि बजट में पारदर्शिता की कमी है और कई योजनाओं में राशि का दुरुपयोग हो रहा है।

सत्ता पक्ष की प्रतिक्रिया: लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन

सत्ता पक्ष ने विपक्ष के इस रवैये को लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ बताया। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि विपक्ष केवल हंगामा कर जनता के मुद्दों से ध्यान भटका रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी सवालों का जवाब देने को तैयार है, लेकिन विपक्ष चर्चा से भाग रहा है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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