मचैल माता यात्रा स्थगित: खराब मौसम के चलते जम्मू-कश्मीर सरकार का एहतियाती फैसला
भारतीय मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने मचैल माता यात्रा को 5 से 7 अक्टूबर 2025 तक स्थगित कर दिया है। इससे पहले वैष्णो देवी यात्रा भी इसी अवधि के लिए रोक दी गई थी।


रायपुर, 4 अक्टूबर 2025: जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्राओं पर मौसम का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। वैष्णो देवी यात्रा के बाद अब मचैल माता यात्रा को भी अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने यह निर्णय भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से जारी खराब मौसम की चेतावनी के बाद लिया है। आदेश के अनुसार, 5 से 7 अक्टूबर 2025 तक आम जनता और श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक रहेगी।
IMD की चेतावनी के बाद लिया गया निर्णय
IMD की रिपोर्ट के अनुसार, 4 से 7 अक्टूबर के बीच जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से भारी बारिश, बर्फबारी और तेज़ हवाओं की आशंका जताई गई है। विशेष रूप से पहाड़ी क्षेत्रों जैसे सोनमर्ग, गुलमर्ग, सीनथन पास और सधना पास में बर्फबारी की संभावना है। जम्मू डिवीजन में बिजली गिरने, ओलावृष्टि और 70 किमी/घंटा तक की तेज़ हवाओं की चेतावनी दी गई है।
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
मचैल माता यात्रा हर वर्ष अगस्त-सितंबर में हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। लेकिन इस बार मौसम की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा की योजना बनाने से पहले आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें और मौसम सामान्य होने तक यात्रा स्थगित रखें।
वैष्णो देवी यात्रा भी स्थगित
इससे पहले श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भी 5 से 7 अक्टूबर तक यात्रा स्थगित करने की घोषणा की थी। अगस्त में हुए भूस्खलन की घटना में 34 श्रद्धालुओं की मौत और 20 से अधिक घायल होने के बाद प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। यात्रा को 8 अक्टूबर से पुनः शुरू करने की योजना है, बशर्ते मौसम अनुकूल हो।
पर्यटन और स्थानीय प्रशासन की तैयारी
स्थानीय प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है। जम्मू-श्रीनगर और श्रीनगर-लेह हाईवे पर भूस्खलन, कीचड़ और पत्थर गिरने की घटनाओं की आशंका के चलते परिवहन सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है। किसानों को फसल सुरक्षा के लिए खेती कार्य स्थगित करने की सलाह दी गई है।