2026 तक AI इंसान से ज्यादा समझदार, 2030 तक पूरी मानवता से आगे होगी: एलन मस्क की चौंकाने वाली भविष्यवाणी

टेस्ला CEO एलन मस्क ने AI के विकास को लेकर एक साहसिक दावा किया है। उनका कहना है कि अगले साल तक AI किसी भी इंसान से ज्यादा बुद्धिमान हो जाएगी और 2030 तक यह पूरी मानवता से अधिक समझदार होगी। विशेषज्ञों में इस भविष्यवाणी को लेकर बहस तेज हो गई है।



रायपुर, 11 सितंबर 2025: टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO एलन मस्क ने एक बार फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर दुनिया को चौंका दिया है। मस्क ने हाल ही में एक पॉडकास्ट और सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दावा किया कि 2026 तक AI किसी भी आम इंसान से ज्यादा समझदार हो जाएगी और 2030 तक यह पूरी मानव आबादी की सामूहिक बुद्धिमत्ता को भी पीछे छोड़ देगी।

 

मस्क की भविष्यवाणी: AI का सुपर इंटेलिजेंस युग

एलन मस्क ने कहा कि AI का विकास इतनी तेजी से हो रहा है कि अगले कुछ वर्षों में यह इंसानों की सोच, निर्णय क्षमता और विश्लेषण शक्ति को पीछे छोड़ देगा। उन्होंने इसे “डिजिटल सुपर इंटेलिजेंस” का आगमन बताया, जो न केवल विशिष्ट कार्यों में बल्कि हर क्षेत्र में इंसानों से बेहतर प्रदर्शन करेगा।

मस्क ने यह भी स्वीकार किया कि AI के विकास में कुछ बाधाएं हैं, जैसे कि चिप्स की कमी और ऊर्जा संसाधनों की सीमाएं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इन चुनौतियों के बावजूद AI की प्रगति रुकने वाली नहीं है।

तकनीकी प्रगति और विशेषज्ञों की राय

AI के क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास को देखते हुए मस्क की भविष्यवाणी को पूरी तरह खारिज नहीं किया जा सकता। Deloitte की 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, एजेंटिक AI, फिजिकल AI और सॉवरेन AI जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है। Google के चीफ साइंटिस्ट जेफ डीन ने भी हाल ही में कहा था कि कई आधुनिक AI मॉडल पहले ही कुछ नॉन-फिजिकल कार्यों में इंसानों को पीछे छोड़ चुके हैं।

MIT की 2017 की एक स्टडी में यह अनुमान लगाया गया था कि अगले 45 वर्षों में 50 प्रतिशत संभावना है कि मशीनें इंसानों के बराबर समझ विकसित कर लेंगी, जबकि अगले 9 वर्षों में ऐसा होने की 10 प्रतिशत संभावना जताई गई थी।

मस्क की चेतावनी: AI से जुड़े जोखिम भी गंभीर

जहां मस्क AI को लेकर आशावादी हैं, वहीं उन्होंने इसके खतरों को भी नजरअंदाज नहीं किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि AI को सही तरीके से नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह मानवता के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। उन्होंने AI के “रोग” या “बायस” होने की आशंका जताई और कहा कि इसके लिए पारदर्शी प्रोग्रामिंग और सटीक एलायनमेंट जरूरी है।

निष्कर्ष: क्या मानवता तैयार है

एलन मस्क की यह भविष्यवाणी न केवल तकनीकी दुनिया में हलचल पैदा कर रही है, बल्कि यह सवाल भी उठा रही है कि क्या मानवता AI के इस सुपर इंटेलिजेंस युग के लिए तैयार है। जहां कुछ विशेषज्ञ इसे विज्ञान की अगली क्रांति मानते हैं, वहीं कई लोग इसके सामाजिक और नैतिक प्रभावों को लेकर चिंतित हैं।

AI का भविष्य अब सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि वैश्विक नीति, नैतिकता और मानव अस्तित्व से जुड़ा मुद्दा बनता जा रहा है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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