1 जुलाई को गोवा से पुणे जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-1080 में उस समय हड़कंप मच गया जब उड़ान के दौरान एक खिड़की का आंतरिक फ्रेम अचानक ढीला होकर बाहर आ गया। यह घटना उड़ान भरने के लगभग 30 मिनट बाद हुई, जब विमान क्रूज़िंग एल्टीट्यूड पर था। एक महिला यात्री, जो अपने बच्चे के साथ बैठी थीं, इस घटना से घबरा गईं।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वायरल हुआ, जिसमें एक यात्री ने लिखा—
#SpiceJet from Goa to Pune today. The whole interior window assembly just fell off mid flight. And this flight is now supposed to take off and head to Jaipur. Wonder if it’s air worthy @ShivAroor @VishnuNDTV @DGCAIndia pic.twitter.com/x5YV3Qj2vu
— Aatish Mishra (@whatesh) July 1, 2025
स्पाइसजेट की सफाई:
एयरलाइन ने बयान जारी कर बताया कि यह केवल एक “कॉस्मेटिक (सजावटी) विंडो फ्रेम” था, जो विमान की संरचनात्मक मजबूती या दबाव प्रणाली से जुड़ा नहीं था।
“यह एक गैर-संरचनात्मक ट्रिम कंपोनेंट था, जो केवल छाया देने के लिए लगाया गया था। इससे विमान की सुरक्षा या संरचनात्मक अखंडता पर कोई असर नहीं पड़ा।”
स्पाइसजेट ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके Q400 विमान में खिड़कियों की कई परतें होती हैं, जिनमें एक मजबूत बाहरी पेन होता है जो दबाव को सहन करता है। इसलिए यात्रियों की सुरक्षा कभी भी खतरे में नहीं थी।
यात्रियों की प्रतिक्रिया:
एक यात्री मंदार सावंत ने बताया कि फ्लाइट पहले ही एक घंटे से अधिक देरी से रवाना हुई थी और टेकऑफ के बाद यह घटना हुई। उन्होंने कहा, “खिड़की का फ्रेम अचानक निकल गया, महिला और बच्चा डर गए। क्रू ने उन्हें दूसरी सीट पर शिफ्ट किया और फ्रेम को अस्थायी रूप से वापस लगाया, लेकिन वह स्थिर नहीं था।”
कुछ यात्रियों ने यह भी दावा किया कि यही विमान एक दिन पहले भी तकनीकी कारणों से देरी से रवाना हुआ था, जिससे विमान की स्थिति को लेकर सवाल उठे हैं।
DGCA से अपील:
वीडियो पोस्ट करने वाले यात्री ने नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) को टैग करते हुए विमान की एयरवर्दीनेस (उड़ान योग्य स्थिति) की जांच की मांग की है।
हालांकि स्पाइसजेट ने इस घटना को “सतही और गैर-संरचनात्मक” बताया है, लेकिन यह घटना एक बार फिर विमानन सुरक्षा मानकों और रखरखाव प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े करती है। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित और पारदर्शी निरीक्षण आवश्यक हैं।