26 जून, 2025: राष्ट्रीय राजमार्गों पर सफर करने वाले दोपहिया वाहन चालकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) 15 जुलाई से दोपहिया वाहनों से भी टोल टैक्स वसूलना शुरू कर सकता है। हालांकि, इस पर अभी आधिकारिक और विस्तृत अधिसूचना का इंतजार है, लेकिन विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का जिक्र किया जा रहा है कि यह नियम 15 जुलाई से लागू हो सकता है।
क्या है नया नियम और इसके पीछे की वजह
अभी तक भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों पर आमतौर पर दोपहिया वाहनों से टोल टैक्स नहीं वसूला जाता था। इसका मुख्य कारण उनका कम वजन और सड़कों पर पड़ने वाला अपेक्षाकृत कम दबाव माना जाता था। टोल टैक्स मुख्य रूप से सड़क निर्माण और रखरखाव के लिए भारी वाहनों से वसूला जाता है, क्योंकि वे सड़कों पर अधिक टूट-फूट का कारण बनते हैं।
हालांकि, अब ऐसी खबरें हैं कि सरकार दोपहिया वाहनों से भी टोल वसूलने की तैयारी कर रही है। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि दोपहिया वाहनों की खरीद के समय ही उनसे टोल टैक्स वसूल लिया जाता है। यदि यह नया नियम लागू होता है, तो यह देश भर में लाखों बाइक और स्कूटर चालकों को प्रभावित करेगा जो लंबी दूरी की यात्रा के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों का उपयोग करते हैं।
संभावित प्रभाव और चिंताएं
* आर्थिक बोझ: दोपहिया वाहन चालकों पर एक अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा, खासकर उन लोगों पर जो रोजाना या नियमित रूप से राष्ट्रीय राजमार्गों का उपयोग करते हैं।
* यातायात का पुनर्वितरण: कुछ चालक टोल से बचने के लिए वैकल्पिक, कम रखरखाव वाली सड़कों का उपयोग करना पसंद कर सकते हैं, जिससे उन सड़कों पर यातायात बढ़ सकता है और सुरक्षा संबंधी चिंताएं पैदा हो सकती हैं।
* फास्टैग की अनिवार्यता: यदि टोल टैक्स लिया जाता है, तो यह संभावना है कि दोपहिया वाहनों के लिए भी फास्टैग की अनिवार्यता लागू की जा सकती है, जिससे टोल प्लाजा पर भीड़ कम हो सकेगी, लेकिन इसके लिए एक नए सिस्टम की आवश्यकता होगी।
* मौजूदा नियमों में बदलाव: वर्तमान में, कई एक्सप्रेसवे और विशेष सड़कों पर टू-व्हीलर से टोल लिया जाता है (जैसे यमुना एक्सप्रेसवे), लेकिन नेशनल हाईवे पर यह आम नहीं है। यह नया नियम मौजूदा टोल टैक्स नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव होगा।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ और आम जनता
इस संभावित कदम को लेकर विशेषज्ञों और आम जनता के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाएं आने की संभावना है। कुछ लोगों का तर्क हो सकता है कि सड़क के उपयोग के लिए सभी को भुगतान करना चाहिए, जबकि अन्य का मानना होगा कि दोपहिया वाहनों को टोल टैक्स से छूट मिलनी चाहिए क्योंकि वे कम प्रदूषण करते हैं और कम जगह घेरते हैं।
NHAI की ओर से आधिकारिक घोषणा का इंतजार:
फिलहाल, इस संबंध में NHAI या सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से किसी आधिकारिक अधिसूचना का इंतजार है। यह अधिसूचना ही स्पष्ट करेगी कि क्या वास्तव में 15 जुलाई से दोपहिया वाहनों से टोल टैक्स वसूला जाएगा, इसकी दरें क्या होंगी, और टोल संग्रह की प्रक्रिया क्या होगी।
दोपहिया वाहन चालकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी असुविधा से बचने के लिए आधिकारिक घोषणाओं पर ध्यान दें।
यह कदम भारत के सड़क नेटवर्क के रखरखाव और विकास के लिए राजस्व बढ़ाने की सरकार की व्यापक रणनीति का हिस्सा हो सकता है, लेकिन यह निश्चित रूप से लाखों भारतीय यात्रियों के लिए एक बड़ा बदलाव साबित होगा।