लीड्स टेस्ट में टीम इंडिया की शर्मनाक हार: दिनेश कार्तिक ने उठाए सवाल, कहा डाबरमैन कुत्ते के समान हमारे निचले क्रम के बल्लेबाज

लीड्स, इंग्लैंड: भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में खेला गया टेस्ट भले ही अपने ऐतिहासिक रिकॉर्ड के लिए याद रखा जाए, लेकिन भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला एक कड़वी हार के रूप में दर्ज हो गया है. 835 रन और 5 शतक बनाने के बावजूद भारत को 5 विकेट से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. इस हार ने न केवल फैंस को, बल्कि पूर्व क्रिकेटरों को भी टीम इंडिया के प्रदर्शन पर सवाल उठाने पर मजबूर कर दिया है.

भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने इस हार पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और सोशल मीडिया पर फैंस से सीधे सवाल पूछे हैं.

दिनेश कार्तिक ने फैंस से पूछे तीखे सवाल

भारत को इंग्लैंड से मिली इस करारी हार के बाद दिनेश कार्तिक ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि यह हार कोई सामान्य बात नहीं है. उन्होंने जोर देते हुए कहा, “भारतीय टीम ने इस मैच में 835 रन बना डाले. टीम के शीर्ष क्रम के पांच बल्लेबाजों ने शानदार खेल दिखाते हुए शतक जड़े. इसके बावजूद अगर हम टेस्ट हार गए, तो कहीं न कहीं कुछ तो बहुत गलत हुआ है.”

कार्तिक ने आगे फैंस से सवाल किया कि क्या जसप्रीत बुमराह को दूसरे छोर से अन्य गेंदबाजों से पर्याप्त मदद न मिलने की वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा? क्या भारतीय फील्डर्स ने खराब फील्डिंग के चलते निराश किया? या फिर निचले क्रम के बल्लेबाजों की कमजोर बल्लेबाजी भारत को ले डूबी? या फिर भारत की हार का कारण कुछ और है?

दिनेश कार्तिक ने अपने इंस्टाग्राम वीडियो में फैंस से आगे कहा, “आप सब मुझे कमेंट करके बताइए कि क्यों हारे हम? मैं कमेंट्स पढ़ूंगा और फिर बताऊंगा कि मेरी नज़र में भारत की हार की असली वजह क्या रही.”

निचले क्रम की बल्लेबाजी पर कार्तिक का तीखा तंज

यह पहली बार नहीं है जब दिनेश कार्तिक ने टीम इंडिया के बल्लेबाजी के निचले क्रम को आड़े हाथों लिया हो. इससे पहले भी वह बल्लेबाजी क्रम पर तीखा वार कर चुके हैं. लीड्स टेस्ट में इंग्लिश कमेंटेटरों इयान वार्ड और माइकल आथरटन के साथ कमेंट्री के दौरान दिनेश कार्तिक ने टीम की बल्लेबाजी को एक डॉबरमैन कुत्ते से जोड़ते हुए मजाकिया, लेकिन विवादास्पद तंज कसा था. उन्होंने कहा था, “भारतीय टीम का बैटिंग लाइनअप एक डॉबरमैन कुत्ते की तरह है, जैसे डॉबरमैन के शरीर में ऊपर सिर होता है, बीच में थोड़ा मांस और नीचे कुछ भी नहीं, वैसी ही हमारी बैटिंग है, ऊपर मजबूत, बीच में थोड़ा बहुत और नीचे बिल्कुल खाली.”

उनका कहना था कि भारतीय शीर्ष क्रम रन बनाता है, लेकिन निचला क्रम पूरी तरह फ्लॉप रहता है. इस टेस्ट की दोनों पारियों में टीम इंडिया ने पहली पारी में 41 रन पर 7 विकेट और दूसरी पारी में 33 रन पर 6 विकेट गंवा दिए, जिससे निचले क्रम की कमजोरी खुलकर सामने आई, जो हार की मुख्य वजह बनी.

लीड्स टेस्ट में बने ऐतिहासिक रिकॉर्ड

भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में खेला गया यह टेस्ट एक ऐतिहासिक मुकाबला रहा. इस टेस्ट में दोनों टीमों ने मिलकर कुल 1673 रन बनाए, जो भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए किसी टेस्ट मैच में अब तक के सबसे ज्यादा रन हैं. यही नहीं, यह 35 सालों में इंग्लैंड में खेला जाने वाला पहला ऐसा टेस्ट था, जिसमें चारों पारियों में 300 से ज्यादा रन बने. इन आंकड़ों के बावजूद, भारतीय टीम के लिए यह हार एक कड़वी सच्चाई है जो टीम की कमजोरियों को उजागर करती है.

इस हार ने भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों के बीच एक गहरी बहस छेड़ दी है कि क्या टीम प्रबंधन को निचले क्रम की बल्लेबाजी को मजबूत करने और गेंदबाजों को पर्याप्त समर्थन देने के लिए अपनी रणनीति पर फिर से विचार करने की आवश्यकता है.

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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