एयर इंडिया दुर्घटना के बाद बुकिंग और किराए में भारी गिरावट

पिछले हफ्ते 12 जून को एक दर्दनाक विमान दुर्घटना में 274 लोगों की मौत के बाद एयर इंडिया को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की बोइंग 787-8 ड्रीमलाइन फ्लाइट AI-171 के मेघानी नगर में टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश होने से यात्रियों और क्रू मेंबर्स के साथ-साथ जमीन पर मौजूद लोगों की भी जान चली गई। इस हादसे के बाद लोग एयर इंडिया से दूरी बनाते दिख रहे हैं।

बुकिंग और कैंसिलेशन में गिरावट

इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) के प्रेसिडेंट रवि गोसाईं के अनुसार, दुर्घटना के बाद से एयर इंडिया की बुकिंग में भारी गिरावट आई है। अंतर्राष्ट्रीय रूट्स पर बुकिंग में 18-22% की कमी दर्ज की गई है, जबकि घरेलू रूट्स पर यह गिरावट 10-12% है।

इसके अलावा, बड़ी संख्या में लोग अपने टिकट रद्द भी करा रहे हैं। दुर्घटना के एक हफ्ते के भीतर ही अंतर्राष्ट्रीय टिकटों के कैंसिलेशन में 15-18% और घरेलू टिकटों के कैंसिलेशन में 8-10% की वृद्धि हुई है।

टिकट की कीमतों में कमी

बुकिंग में कमी का सीधा असर एयर इंडिया के टिकट की कीमतों पर भी पड़ा है। घरेलू रूट्स पर, खासकर उन रूट्स पर जहां एयरलाइन इंडिगो और अकासा जैसी किफायती कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही है, टिकट की कीमतों में 8-12% की कमी आई है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर, विशेष रूप से यूरोप और साउथ ईस्ट एशिया के लिए, किराए में 10-15% की गिरावट देखी गई है।
रिकवरी की उम्मीद और जांच

हालांकि, रवि गोसाईं ने जल्द रिकवरी की उम्मीद भी जताई है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर कोई बड़ी चिंता सामने नहीं आई है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के बोइंग 787 बेड़े के सभी 24 विमानों की जांच की है, और वे सभी वर्तमान सुरक्षा मानकों को पूरा करते पाए गए हैं। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि एयर इंडिया की उड़ानों में कोई प्रत्यक्ष सुरक्षा चिंता नहीं है, लेकिन रखरखाव पर जोर देने की आवश्यकता है।

इस दुर्घटना ने निश्चित रूप से यात्रियों के विश्वास को हिला दिया है, लेकिन एयरलाइन और नियामक निकाय स्थिति को सुधारने और यात्रियों का विश्वास फिर से जीतने के लिए कदम उठा रहे हैं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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