
रायपुर। छत्तीसगढ़ की विधानसभा पूरी तरह से डिजिटल होगी। विधानसभा के सदस्य यानी मंत्री-विधायकों को प्रशिक्षण के लिए लंदन-सिंगापुर ले जाने की तैयारी है।विधानसभा परिसर में पत्रकार वार्ता के दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि सभी विधानसभा सदस्यों का इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेंजमेंट, रायपुर (आईआईएम) में दो दिवसीय प्रशिक्षण कराया जाएगा। आईआईएम के प्रशिक्षण के बाद जरूरत के मुताबिक विधायकों की टीम बनाकर प्रशिक्षण के लिए लंदन और सिंगापुर ले जाने पर भी विचार चल रहा है।
डॉ. सिंह ने कहा कि प्रबंधन संस्थानों में सरकार के मंत्री और विधायक सरकार चलाने के लिए मैनेजमेंट स्किल, बजट का सही इस्तेमाल, कम्युनिकेशन स्किल और पालिसी मेकिंग के तौर तरीकों को मैनेजमेंट गुरुओं से सीखेंगे।
बजट सत्र के दौरान सोमवार को ही सभी विधायक और मंत्री नया रायपुर में बन रहे विधानसभा की नई बिल्डिंग का दौरा करने भी जाएंगे। इस मौके पर विधानसभा के सचिव दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे।
विपक्ष से आग्रह, सदन का करें भरपूर उपयोग
सदन में विपक्षी दलों के हंगामा होने से कार्यवाही बाधित होने के प्रश्न पर अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि विधानसभा का एक-एक सेकेंड विपक्ष के लिए होता है। जितने प्रश्न, ध्यानाकर्षण, शून्य काल या अन्य की सूचनाएं हैं, ये विधानसभा में प्रशासन की जवाबदेही तय करने का माध्यम हैं।
इसका जितना उपयोग करेंगे, उतनी ही विपक्षी दलों की धार तेज होगी। विपक्ष की अच्छाई के लिए उनसे आग्रह है कि सदन की कार्यवाही का अधिक से अधिक उपयोग करें। विधानसभा के बाहर जितना सक्रिय रहें, उससे ज्यादा भीतर सक्रिय रहें तो बेहतर होगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने की विष्णु देव साय सरकार की प्रशंसा
विष्णु देव साय सरकार और डॉ. रमन सिंह सरकार के कार्यकाल में कितना अंतर पाते हैं। इस सवाल पर डॉ. सिंह ने कहा कि उनके कार्यकाल में परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण थीं। उस समय लोगों को एक रुपये किलो चावल देने की बात हो, स्किल या इंफ्रास्ट्रक्चर की बात हो, इनमें 15 वर्षों तक काम किया।