ट्रांसजेंडर व्यक्तियों से संबंधित कानून और नीतियों पर हुई कार्यशाला,ट्रांसजेंडर ने जीवन में आने वाली चुनौतियों को बताया

रायपुर। छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति द्वारा होटल सिटरस प्राइम में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की सशक्तिकरण हेतु ट्रांसजेंडर एक्ट 2019 और नीति 2020 पर कार्यशाला हुई। इस बैठक में रायपुर शहर से 40 स्टेकहोल्डर तथा 20 शासकीय अधिकारी समेत 40 ट्रांसजेंडर समुदाय के व्यक्ति सम्मिलित हुए ।

कार्यशाला का प्रारंभ अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रायपुर लोकसभा के पूर्व सांसद रमेश बैंस रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपसंचालक समाज कल्याण विभाग ने करी।

इस कार्यशाला में विशेष अतिथि के रूप में राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी सुनीता चंसोरिया, संजना बसोर, पार्षद सिविल लाइन एवं भाजपा मंडल के महामंत्री प्रीतम महानंद उपस्थित रहे ।

छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति की अध्यक्ष विद्या राजपूत के द्वारा स्वागत भाषण के साथ बैठक की शुरुआत हुई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रायपुर लोकसभा के पूर्व सांसद रमेश बैंस ने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए बनाए गए कानून निर्माण की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के मुद्दे जैसे आरक्षण तथा विशेष योजनाओं जैसे प्रावधानों के निर्माण पर सहमति जताई। उनके द्वारा आश्वासन दिया गया कि समुदाय से जो भी मांग पत्र उन तक आएगा , उन मांगपत्रों पर गंभीरता से उचित तरीके से शासकीय कार्यवाही कराएंगे।

समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक समाज कल्याण विभाग द्वारा ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिए किए जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। छत्तीसगढ़ मितवा समिति की सचिव रवीना बरिहा द्वारा प्रेजेन्टेशन के माध्यम से उभय लिंग की व्यक्ति ,(अधिकारों का संरक्षण कानून) 2019 तथा नियम 2020 की जानकारी दी गई।

समुदाय के वक्ताओं में इंशिया मिरि, आरोही तथा भूमि ने ट्रांस महिला के जीवन में आने वाली चुनौतियां तथा ट्रासंमेन एक्टिविस्ट पापी देवनाथ और राघव ने ट्रांसमेन के जीवन में आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही विभिन्न जिलों से आए समुदाय के सदस्यों ने अलग अलग केस स्टडी के माध्यम से अपने सामाजिक व लीगल परेशानियों से उपस्थित अतिथियों से अवगत कराया। समुदाय को सुनने के बाद वहां उपस्थित सभी स्टेकहोल्डर और शासकीय अधिकारियों ने भी अपने-अपने सुझाव और उचित मार्गदर्शन समुदाय को प्रदान किया।

कार्यक्रम के प्रथम सत्र के समापन के बाद कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं फैशन शो का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों द्वारा आकर्षक प्रस्तुति दी गई। इसमें प्रथम , द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाली विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।इसी तरह फैशन शो का आयोजन किया गया ।इसमें भी आकर्षक और रंगीन परिधानों के साथ ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों ने रैंप वॉक किया। उनके द्वारा अलग-अलग थीम पर परिधान तैयार किए गए थे। डेढ़ घंटे तक चले इस फैशन शो ने वहां उपस्थित सभी लोगों का मन मोह लिया।

फैशन शो को देखकर दर्शक अपने दांतों तले उंगली दबाने के लिए मजबूर हो गए । फैशन शो के पश्चात इसके प्रथम द्वितीय तृतीय विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। संस्था के पूर्व कोषाध्यक्ष गोविंद सांडेकर के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम का समापन किया गया।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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