भाई ने भाई पर किया जानलेवा हमला,बिजली बिल विवाद ने लिया हिंसक रूप

रायपुर। गुढ़ियारी के अशोक नगर स्थित दुर्गा चौक मे सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां बिजली बिल को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। आरोपी पुरषोत्तम तिवारी (35) ने देर रात अपने छोटे भाई दुर्गा तिवारी (32) पर हथौड़ी से हमला कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

घटना रात 1:30 से 2:00 बजे के बीच हुई, जब दुर्गा तिवारी घर में सो रहा था। अचानक हुई जोरदार आवाजों से उसकी बहन रुक्मणि तिवारी (40) की नींद खुली। लाइट जलाकर देखने पर वह दंग रह गई।पुरषोत्तम अपने भाई पर हथौड़े से वार कर रहा था। चीख-पुकार सुनकर उसने बचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी उसकी ओर भी दौड़ पड़ा, जिससे वह जान बचाकर भागने में सफल रही।

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपी ने घर के मुख्य गेट को ताला लगाकर बंद कर दिया था, जिसे पुलिस को तोड़ना पड़ा। पुलिस ने तुरंत घायल दुर्गा तिवारी को डायल 112 की मदद से मेकाहारा अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों ने स्थिति को देखते हुए उसे डीकेएस हॉस्पिटल रेफर किया, जहां वह वेंटिलेटर पर है।

जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले बिजली बिल ₹2100 को लेकर भाइयों के बीच विवाद हुआ था, जिसने बाद में झगड़े का रूप ले लिया।

रुक्मणि तिवारी की शिकायत पर थाना गुढ़ियारी में अपराध क्रमांक 284/25 के तहत आरोपी पुरषोत्तम तिवारी के खिलाफ धारा 109 BNS में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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