सट्टा गिरोह का मुख्य सरगना लल्ला सोनवानी गिरफ्तार, 19 आपराधिक प्रकरणों में वांछित

माहिष ढाबा बना था सट्टा केंद्र, मुखबिर की सूचना पर बड़ी कार्रवाई

रायपुर । थाना गोबरा नवापारा पुलिस ने सट्टा गिरोह के मुख्य सरगना लल्ला उर्फ टुम्मन सोनवानी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी के विरुद्ध हत्या, आबकारी उल्लंघन, मारपीट, आर्म्स एक्ट एवं सट्टा पट्टी सहित कुल 19 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। उसका नाम थाना की गुंडा सूची में भी अंकित है।

अपराध क्रमांक 259/2025 धारा 6(क) छत्तीसगढ़ जुआ (प्रतिषेध) अधिनियम 2022 के तहत दो आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया था कि सट्टा पट्टी लिखने का कार्य उन्हें माहिष ढाबा संचालक लल्ला सोनवानी के कहने पर कराया गया। इसके बाद से फरार चल रहे लल्ला की तलाश लगातार जारी थी।

2 अगस्त को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी लल्ला सोनवानी अपने ढाबे में छिपा हुआ है। तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने मौके पर दबिश दी और उसे गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने सट्टा पट्टी लिखवाने की बात स्वीकार की।आरोपी के अपराध को संगठित अपराध मानते हुए उक्त मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 112 जोड़ी गई है।

थाना गोबरा नवापारा में लल्ला सोनवानी के अपराधिक रिकार्ड निम्ननुसार है हत्या 01 प्रकरण आबकारी 03 प्रकरण मारपीट 03 प्रकरण सट्टा पट्टी का 01 प्रकरण आर्म्स एक्ट 01 प्रकरण एव प्रतिबंधात्मक 10 प्रकरण प्रकरण दर्ज है। आरोपी का नाम थाना के गुंडा बदमाश सूची में भी दर्ज है।

गिरफ्तार आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। रायपुर पुलिस द्वारा अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत यह एक अहम गिरफ्तारी मानी जा रही है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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