एग्रीस्टैक पोर्टल में पंजीयन की अंतिम तिथि बढ़ी, अब 15 दिसंबर तक करा सकेंगे रजिस्ट्रेशन

कृषि मंत्री रामविचार नेताम के निर्देश पर एग्रीस्टैक पोर्टल में पंजीयन की समय-सीमा 15 दिसंबर तक विस्तारित





रायपुर । किसान अब अपने रकबे और फसल संबंधी जानकारी एग्रीस्टैक पोर्टल में 15 दिसम्बर तक दर्ज करा सकेंगे। कृषि विकास एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने पंजीयन की अंतिम तिथि में यह वृद्धि की है। यह फैसला कैरीफारवर्ड, डूबान क्षेत्र के कृषकों, वन अधिकार पट्टाधारी किसानों और पंजीयन से छूटे हुए कृषकों को सुविधा देने के उद्देश्य से लिया गया है।

​कृषि विकास एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा सभी कलेक्टरों और संबंधित विभागों को समिति लॉगिन की सुविधा के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

मंत्री के निर्देश पर बढ़ी तिथि

​पंजीयन की तारीख में यह वृद्धि कृषि मंत्री रामविचार नेताम के निर्देश पर की गई है। मंत्री नेताम ने एग्रीस्टैक पोर्टल में पंजीयन को लेकर आ रही विभिन्न दिक्कतों के मद्देनजर विभागीय अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने के निर्देश दिए थे।

तकनीकी समस्याओं पर कार्रवाई के निर्देश

​इस संबंध में मंत्रालय महानदी भवन से जारी पत्र में एग्रीस्टैक पोर्टल एवं एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन और तकनीकी समस्याओं के शीघ्र निराकरण के लिए तहसीलदारों एवं समितियों अंतर्गत कृषि विभाग के नोडल अधिकारियों से समन्वय की अपेक्षा की गई है।

​जारी निर्देशों में कहा गया है कि तकनीकी समस्या पर खाद्य विभाग, राजस्व विभाग, संचालनालय कृषि एवं एन.आई.सी. (NIC) के समन्वय से सभी आवश्यक कार्यवाही की जाए।

इन समस्याओं का किया जाएगा निराकरण

​विभाग ने यह कदम उन समस्याओं को देखते हुए उठाया है, जहां कुछ जिलों में कृषकों के खसरों में एकीकृत किसान पोर्टल में फसल प्रविष्टि प्रदर्शित नहीं हो रही थी। इसके अलावा, पंजीकृत कृषकों के फौत होने के बाद उनके वारिसानों हेतु वारिसान पंजीयन का विकल्प उपलब्ध नहीं था। साथ ही, महाल ग्रामों के खसरें का डाटा एग्रीस्टैक से नहीं मिलने जैसी तकनीकी समस्याएं भी सामने आ रही थीं, जिसके निराकरण के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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