मंत्री बंगले से बैरंग लौटे भाजपाई पदाधिकारी,कांग्रेस ने उठाए सत्ता के अहंकार पर सवाल : सुशील आनंद शुक्ला
भाजपा में सत्ता और संगठन के बीच खिंचाव, कांग्रेस ने कहा-जनता से कट चुके हैं सत्ताधारी मंत्री


रायपुर । भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों का मंत्री के निवास से अपमानित होकर वापस जाना भाजपा सरकार की हकीकत को बताता है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मंत्री बंगले से पार्टी के पदाधिकारियों का बैरंग लौटाना भाजपा में सत्ता सर चढ़ कर बोल रही, भाजपाई सत्ताधीश पार्टी कार्यकर्ताओं को अपमानित कर रहे है। भाजपा की सरकार बनने के बाद भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ताओं को अपमानित करने की परंपरा चल पड़ी है। जब भाजपा के प्रदेश के प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष और उनके पदाधिकारियों की यह हालत है कि उन्हें मंत्री के बंगले में घुसने में 45 मिनिट तक मिन्नतें करनी पड़ी, उसके बाद घंटों इंतजार करने के बाद भी मंत्री जी उनसे मिलने से इंकार कर देते है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम से कल्पना की जा सकती है कि भाजपा के राज में सामान्य भाजपा कार्यकर्ता की क्या स्थिति है। जन सामान्य का तो किसी मंत्री से मिल पाना नामुमकिन है। साय सरकार के मंत्री खुद को खुदा समझने लगे, जनता से तथा जनसरोकारों से उनका कोई वास्ता नहीं है। पौने दो साल में ही सत्ता का अहंकार और भ्रष्टाचार की काली कमाई भाजपाई सत्ताधाशों के सर चढ़कर बोलने लगी है। इसीलिए मंत्री पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को अपमानित करने लगे है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और नेताओं को अपमानित करने की परंपरा शुरू हो चुकी। मंत्रिमंडल के विस्तार में वरिष्ठ विधायकों को दरकिनार किया गया। निगम मंडल में भी वरिष्ठ तथा वर्षों तक पार्टी का काम करने वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई। अब मंत्री तथा सत्ता में बैठे हुए लोग पार्टी के कार्यकर्ताओं को अपमानित कर रहे है। दरअसल अब भाजपा में दो फाड़ हो चुका है एक वह जो सत्ता में बैठे लोग है, दूसरे जो संगठन का काम करते-करते वर्षों अपना जीवन खपाने वाले लोग, सत्ता में बैठे हुए लोग पार्टी में काम करने वालों को दोयम दर्जे का समझने की हिमाकत करने लगे है। इसीलिए भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं में हताशा और निराशा है।